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पीरियड्स में तेज दर्द से हैं परेशान तो करें यह उपाय

पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में थोड़ा बहुत दर्द होना तो नॉर्मल सी बात है, लेकिन अगर आपको पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द बर्दाश्त से बाहर हो तो आपके लिए चिंता की बात है। कुछ महिलाओं को तो इतना दर्द होता है कि उन्हें महीने के उन 3-4 दिनों में रोज पेनकिलर खाना पड़ता है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि इस दर्द से बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए….

हर 7 में से 1 महिला को होता है डिसमेनोरिया
अगर पीरियड्स में बहुत दर्द रहता है, तो इसे अनदेखा न करें। हो सकता है कि आपको डिसमेनोरिया की समस्या हो। यह एक हेल्थ कंडिशन है जो हर 7 में से एक महिला को होती है। डिसमेनोरिया हर महीने होने वाले पीरियड्स के तुरंत पहले या मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन के लिये इस्तेमाल होने वाला चिकित्सीय शब्द है। यह 2 तरह का होता है- प्राइमरी और सेकंडरी।
1. प्राइमरी डिसमेनोरिया सामान्य दर्द और ऐंठन का दूसरा नाम है। आमतौर पर यह महिला के मासिक धर्म शुरू होने के एक से दो वर्षों के भीतर होता है। दर्द अक्सर पेट के निचले हिस्से या पीठ के निचले हिस्से में होता है।
2. सेकंडरी डिसमेनोरिया महिला के जननांगों में किसी विकार की वजह से उत्पन्न दर्द को कहते हैं। अक्सर दर्द मासिक चक्र के आरंभ में शुरू होता है और सामान्य ऐंठन के मुकाबले अधिक समय तक बना रहता है।

ये खाएं, दर्द भगाएं
पीरियड्स के दिनों में ओमेगा 3 फैटी ऐसिड और इससे भरपूर चीजें खाने से फायदा होता है। इसके अलावा उन चीजों को खाना भी फायदेमंद होता है जो विटमिन ई से भरपूर होती हैं। इस दौरान मैग्नीशियम, जिंक और विटमिन बी1 से भरपूर चीजें खाना भी फायदेमंद रहेगा।

हरी सब्जियों को डायट में करें शामिल
जब आपके पीरियड होते हैं तो आप दर्द को कम करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाती हैं। लेकिन आपको बहुत ज्यादा चीजें करने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि अच्छी डायट पेट को ठीक करने और ऐंठन को कम करने में हेल्प करती है। इसलिए हरी सब्जियों को अपनी डायट में शमिल करें।

खाने-पीने की इन चीजों से करें तौबा
हम सभी जानती हैं कि लंबे समय तक जागने के लिए कैफीन आपकी हेल्प करता है, लेकिन कैफीन ऐसिडिटी की संभावना को बढ़ा देती है। ध्यान दें कि कैफीन का मतलब सिर्फ कॉफी ही नहीं है। इसमें चॉकलेट, Fizzy Drinks और चाय आदि भी शामिल है। लिहाजा पीरियड्स के दौरान कैफीन वाले पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें।

दूध से बनी चीजें न खाएं
कई महिलाएं पीरियड्स के दौरान दूध से बनी चीजों को सेवन कर लेती हैं जिनमें मौजूद सैच्युरेटेड फैट पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और तकलीफ को बढ़ा देता है।

सोडियम लेवल न बढ़ने दें
अधिकतर बार महिलाएं अपने मुंह का टेस्ट बदलने के लिए ज्यादा चटपटी चीजे जैसे अचार, सॉस, पटेटो चिप्स आदि का सेवन कर लेती हैं, जिनमें नमक की मात्रा अधिक होती है। इसी वजह से शरीर में सोडियम लेवल बढ़ जाता है और यूरिन की समस्या सामने आती है।

तला भूना खाना न खाएं
मासिक धर्म के दौरान ज्यादा तला और स्पाइसी खाना खाने से गैस, बदहजमी, पेट फूलने जैसे समस्याएं हो सकती हैं इसलिए बेहतर होगा कि इस दौरान इन चीजों से परहेज करें। केन या पैक्ड फूड, चिप्स आदि का सेवन भी पीरियड्स दर्द का कारण बनते हैं। पीरियड्स के समय मीट खाने से भी बचें। इसकी बजाए आप मछली का सेवन कर सकती हैं। बेक्ड फूड टेस्टी तो होता है लेकिन इसमें बहुत ही ज्यादा ट्रांस फैट होता है। यह आपके एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ाकर यूट्रस में दर्द पैदा करता है।

शुगर बढ़ाती है कोल्ड ड्रिंक, न पिएं
मासिक धर्म में कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं इसलिए इस तरह की ड्रिंक लेने की बजाए नैचरल ड्रिंक जैसे नारियल पानी का सेवन करें।

चीनी वाले खाने से करें परहेज
केक, कुकीज, कैंडी और चीनी युक्त पेय पदार्थ पीरियड्स के समय और भी ज्यादा दर्द पैदा करते हैं। अगर आपको इन दिनों मीठा खाने का मन करे तो, आप मीठे फल जैसे, आम, तरबूज या सेब आदि खा सकती हैं। इसके अलावा पीरियड्स के दौरान आइसक्रीम, चीज, क्रीम और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी न करें।

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