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भाजपा सांसद ने शराब पीकर जूतों से की अफसर की पिटाई, पीएम से शिकायत, केस दर्ज

लखनऊ ।। सीएम योगी के शनिवार को हो रहे कार्यक्रम को देखते हुए जब मुरादाबाद के सांसद ठाकुर सर्वेश सिंह को सफाई पसंद नहीं आई तो उन्होंने अफसर को पहले खुद जूतों से पीटा फिर गुर्गों से चप्पलों से पिटाई करवा दी। अफसर का यह भी कहना है कि सांसद शराब पिए हुए थे। मामले का केस दर्ज करवाने के बाद अफसर ने इसकी शिकायत चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है और मिलने का समय मांगा है।

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भाजपा सांसद ने शराब पीकर जूतों से की अफसर की पिटाई, पीएम से शिकायत, केस दर्ज

भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम के मैनेजर अशोक एसएन ने कहा है कि सांसद ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उनपर जानलेवा हमला किया और उनकी चप्पलों से पिटाई की। खास बात यह है कि यह कथित घटना शनिवार को सीएम योगी के कार्यक्रम की तैयारियों के दौरान हुई।

बताया जा रहा है कि सांसद सर्वेश सिंह योगी के कार्यक्रम के तैयारियों से संतुष्ट नहीं थे और इसी का गुस्सा उन्होंने अफसर जीएम अशोक एसएन और उनके सहयोगी अरुण मिश्रा के साथ मारपीट कर निकाला। हालांकि सांसद ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। इस बीच दोनों अधिकारियों ने सांसद और कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस से लिखित में शिकायत की है। जीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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ठाकुरद्वारा पुलिस स्टेशन के एसएचओ विनय कुमार ने बताया कि शिकायत आने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पीड़ितों ने शिकायत में कहा है कि जब वो मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए तैयारियां करा रहे थे, तब सांसद कुछ लोगों के साथ आए और लात घूंसों से उन्हें पीटने लगे। दोनों ने आरोप लगाया है कि सांसद ने खुद जीएम को जूते से पीटा और जान से मारने की कोशिश की। बातचीत में अशोक एसएन ने कहा, ‘सांसद ने शराब पी हुई थी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मेरे चेहरे पर जूते से मारा। मैंने शिकायत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने का वक्त मांगा है।’

उधर सांसद ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विभाग को इस आयोजन के लिए 10 लाख रुपये का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था, लेकिन मैंने देखा कि आयोजन की तैयारियां सही तरीके से नहीं हो रही थीं। इसे लेकर जीएम और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हलकी झगड़ा हुई थी, पर किसी ने उनके साथ मारपीट नहीं की।’

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