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भारत में अलकायदा के नेटवर्क का खुलासा, दिल्ली और कटक में दो संदिग्ध गिरफ्तार

alqaeda_650x488_41450271996नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने अलकायदा इंडिया सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के नेटवर्क को ध्वस्त करने का दावा किया है। पुलिस का दावा हैं कि AQIS के भारत के चीफ मोहम्मद आसिफ को गिरफ्तार कर  बड़ी कामयाबी हासिल की गई है। उसके एक साथी अब्दुल रहमान को कटक से पकड़ा गया है। पुलिस का दावा है कि पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए अलग-अलग राज्यों में छापेमारी चल रही है।

दिल्ली के सीलमपुर में पकड़ा गया भारत का चीफ
दिल्ली के सीलमपुर इलाके से 41 साल के मोहम्मद आसिफ को 14 दिसम्बर को उस समय पकड़ा गया जब वह अपने एक परिचित से मिलने आया था। पुलिस का दावा है कि वह  AQIS का भारत का चीफ है। आसिफ यूं तो उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे संभल का रहने वाला है और छोटी-मोटी नौकरियां करता रहा है, लेकिन इसकी असल पहचान बिलकुल अलग है। इस शख्स को AQIS के लिए भारत में आतंकी मॉड्यूल खड़ा करने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

अल जवाहिरी के वीडियो ने किया पुलिस को सतर्क
स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर अरविन्द दीप के मुताबिक  सितम्बर 2014 में अलकायदा के फाउंडर मेंबर अल जवाहिरी द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के बाद से जांच एजेंसियां और इंटेलिजेंस टीम उस शख्स की तलाश में जुटी हुई थीं जिसे भारत में अलकायदा का बेस तैयार करने के लिए नियुक्त किया गया था।

पाक-अफगान बॉर्डर पर दी गई ट्रेनिंग
पूछताछ में आसिफ से कई चौंकाने वाली जानकारियां हासिल हुई हैं। पुलिस के मुताबिक आसिफ साल 2012 में अलकायदा के मौलाना आसिम उमर के संपर्क में सोशल मीडिया के मार्फत आया। आसिम उमर भी संभल का ही रहने वाला था और सन 1995 में भारत छोड़कर चला गया था। आसिम ने मोहम्मद आसिफ को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया। उसने आसिफ और उसके दो साथियों रेहान और सर्जिल के लिए हवाला के जरिए पैसा भी मुहैया कराया। इसके बाद यह लोग 23 जून 2013 को ईरान गए, जहां से तेहरान के रास्ते जायदान होते हुए क्वेटा पहुंचे। वहां से वजीरिस्तान के रास्ते पाक-अफगान बॉर्डर पर पहुंचे, जहां अलकायदा की तरफ से उन्हें ट्रेनिंग दी गई। मोहम्मद आसिफ को ‘दीनी’  ट्रेनिंग दी गई, जिसमें उसे सिखाया गया कि कैसे युवाओं को AQIS के लिए काम करने के लिए प्रेरित कर उन्हें इसमें शामिल किया जाए। वहीं उसके साथ गए रेहान और सर्जिल को हथियारों की ट्रेनिंग दी गई।
 
उत्तरप्रदेश के संभल का निवासी अलकायदा का ‘अमीर’ बना
ट्रेनिंग के बाद मोहम्मद आसिफ तो भारत आ गया जबकि उसके साथी वहीं पाक-अफगान बॉर्डर पर ही रह गए। सन 2014 में मिरान शाह में अलकायदा की मीटिंग में मोहम्मद आसिफ को AQIS के लिए भारत का चीफ घोषित किया गया। वहीं संभल के ही मौलाना आसिम उमर को AQIS का ‘अमीर’ घोषित किया गया, ‘अमीर’ यानि संगठन का बड़ा सरगना। आसिफ ने पुलिस को बताया कि ‘अमीर’  बनाए जाने के बाद आसिम से मिलने आईएम के फाउंडर मैंबर रियाज भटकल तक गया था। वह भारत में इंडियन मुजाहिदीन के लिए AQIS के सपोर्ट के बाबत बात करने गया था। इतना ही नहीं इंडियन मुजाहिदीन का कमांडर बड़ा साजिद भी उससे मिला था।
 
सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर भारत लौटा
AQIS के लिए भारत का चीफ घोषित करने के बाद मोहम्मद आसिफ को भारत लौटकर अलकायदा का बेस तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन उसका वीजा 13 महीने पहले ही खत्म हो गया था लिहाजा वह जिस रूट से वजीरिस्तान पहुंचा था उसी रूट से ईरान वापस लौटा। हालांकि बीच में उसे मेहरियाज बॉर्डर पर ईरान की सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया था, लेकिन अलकायदा के लोगों की मदद से वह इस्तांबुल पहुंचा और वहां भारतीय एबेंसी में पहुंचकर उन्हें बताया कि उसका पासपोर्ट गुम गया है। इसके बाद उसे इमरजेंसी सर्टिफिकेट बनाकर भारत भेज दिया गया। भारत आकर मोहम्मद आसिफ लगातार अलकायदा के मॉड्यूल को भारत में खड़ा करने की जद्दोजहद में लगा हुआ था।

नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए छापामारी जारी  
जांच एजेंसिया आसिफ से लगातार पूछताछ कर रही हैं कि उसने अपने मॉड्यूल में अब तक कितने लोगों को शामिल किया है और भारत में अलकायदा की प्लानिंग किस तरह से आतंक के नापाक मंसूबों को पूरा करने की थी। पुलिस की मानें तो आसिफ और कटक से पकड़े गए मोहम्मद अब्दुल रहमान के संपर्क में दर्जनों लड़के थे जिनमें से कुछ अलकायदा के लिए उनके संगठन से जुड़ चुके हैं। उन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापामारी चल रही है।

 

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