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महाराष्ट्र सरकार ने ठुकराया केजरीवाल का प्रस्ताव

एजेन्सी/ kejriwal_1460534211एक तरफ देश का बड़ा हिस्सा पानी के संकट से गुजर रहा है वहीं नेता हैं कि इस पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे। ताजा विवाद महाराष्ट्र के सबसे संकटग्रस्त इलाके लातूर के लिए पानी भेजने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को लेकर है।

लातूर में पानी एक्सप्रेस पहुंचने के बाद उसकी सराहना के साथ ही केजरीवाल ने लातूर के लिए हर दिन दिल्ली की तरफ से दस लाख लीटर पानी भेजने का प्रस्ताव दिया था।

मगर महाराष्ट्र सरकार को उनका ये प्रस्ताव पसंद नहीं आया और उन्होंने केजरीवाल का ऑफर ठुकरा दिया। सीएम केजरीवाल ने इस मामले में कहा है कि हमने तो ऑफर किया था, अब उनको नहीं चाहिए तो हम क्या कह सकते हैं। 

बता दें ‌क‌ि सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर लातूर में पानी भेजने के लिए उनकी सराहना की और पत्र में लिखा है कि, ‘लातूर इस वक्त भीषण पानी की कमी से गुजर रहा है। केंद्र सरकार ने उनकी मदद करने के लिए ट्रेन द्वारा पानी पहुंचाने का निर्णय लिया है। आपका यह कदम सराहनीय है।’

बता दें कि पानी से भरे 10 वैगन के साथ वाटर ट्रेन सोमवार को मिराज से रवाना हुई थी। इस खत में केजरीवाल ने पीएम मोदी को ऐसी पेशकश भी की है जिससे वो विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जो पत्र पीएम मोदी को लिखा है उसमें न केवल मोदी सरकार की सराहना है बल्कि केंद्र सरकार को एक सुझाव भी है। इस पत्र में केजरीवाल ने मोदी के सामने यह पेशकश रखी है कि दिल्ली के लोग अगले दो महीने के लिए 10 लाख लीटर पानी प्रतिदिन लातूर को देने के लिए तैयार हैं।

केजरीवाल का ये भी कहना है कि अगर केंद्र सरकार इस पानी को लातूर भिजवाने का इंतजाम कर दे, तो दिल्ली सरकार उक्त पानी तुरंत मुहैया करा देगी। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि खुद दिल्ली में पानी की काफी कमी रहती है पर लातूर जिस भयावह स्थिति में है उसे देखते हुए हर भारतवासी का यह फर्ज है कि इस दुख की घड़ी में लातूरवासियों की मदद करें।

यही नहीं केजरीवाल ने पीएम को ये नसीहत भी दे दी कि अन्य राज्यों के मुख्यम‌ंत्रियों से भी ऐसी अपील की जा सकती है। वहीं अपने ट्वीट में भी केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार लातूर के भाई बहनों के लिए रोजाना 2 महीने तक 10 लाक लीटर पानी देने को तैयार है।

 

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