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मां-बेटी से हुई सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार, एसएसपी समेत सात निलंबित

लखनऊ। हाईवे पर परिवार को बंधक बनाकर मां-बेटी से हुई सामूहिक दुष्कर्म की लोमहर्षक वारदात ने पूरे शासन तंत्र को हिला दिया है। कानून-व्यवस्था के सवाल के साथ चौतरफा निशाने पर आए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुलंदशहर के एसएसपी वैभव कृष्ण, एसपी सिटी राम मोहन सिंह और सीओ सिटी हिमांशु गौरव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

javed_ahmad_2016731_184018_31_07_2016 (1)मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से मिलने भी जाएंगे। मुख्यमंत्री के अल्टीमेटम पर हरकत में आई पुलिस ने हैवानों की गिरफ्तारी के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। करीब 350 पुलिसकर्मी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक दबिश दे रहे हैं। तीन आरोपी दबोच लिए गए हैं। करीब दो दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

मुख्यमंत्री के सख्त रुख के बाद डीजीपी जावीद अहमद और प्रमुख सचिव गृह रविवार को बुलंदशहर पहुंचे। इसके साथ ही इंस्पेक्टर के बाद बाद दारोगा, बीट सिपाही और नाइट अफसर को निलंबित कर दिया। वारदात का पर्दाफाश करने के लिए जोन के करीब 350 पुलिसकर्मियों को राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक दबिश पर लगा दिया गया।

पुलिस ने छह बदमाशों का स्केच जारी किया है। दो दर्जन संदिग्धों से पूछताछ की गई। घुमंतू जाति के 200 बदमाशों की फोटो पीड़ित परिवार को दिखाए गए। इनमें से तीन दरिदों की पहचान हो गई है। डीजीपी जावीद अहमद के मुताबिक पीड़ित परिवार की शिनाख्त के आधार पर तीन बदमाशों बबलू पुत्र रूपचंद निवासी फरीदाबाद, नरेश उर्फ ठाकुर पुत्र अमर सिह निवासी बठिंडा व बुलंदशहर के सुतारी निवासी रईस पुत्र शोहराब को बैर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है। बकौल डीजीपी, अभी बदमाशों ने जुर्म कबूल नहीं किया है, लेकिन पीड़ित परिवार ने पहचान कर ली है। बदमाशों पर रासुका लगाई जाएगी।

बयानों का दौर शुरू
घटना को लेकर बयान जारी करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बुलंदशहर में हाईवे पर लूट और मां-बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वहशियाना घटना से पता चलता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। मुख्यमंत्री बताएं कि वह दुष्कर्म पीड़ित मां-बेटी की अस्मत को कैसे लौटा सकते हैं? क्या वह इस घटना को भी पैसे से तौलेंगे?

वहीं केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि मां-बेटी से दरिदगी और लूट की घटना प्रदेश सरकार के माथे पर कलंक है। इससे साबित हो गया कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। हाईवे पर ऐसी खौफनाक वारदात सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। मैंने घटना के बारे में विस्तार से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बताया है। गृह मंत्रालय की तरफ से जल्द ही प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब करने की संभावना है। इस मामले पर सोमवार को संसद में चर्चा भी हो सकती है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने कहा कि मैं तो यही चाहूंगी कि राज्य की महिलाएं जाग जाएं और यह तय करें कि वे किसी ऐसे व्यक्ति को वोट देंगी जो उनकी रक्षा कर सकता है। उप्र एक ऐसा राज्य दिखता है जो अपनी महिलाओं का आदर नहीं करता है। यहां महिला अधिकारिता आज भी एक दूर का सपना है।

 यूं हुई थी हैवानियत

शुक्रवार रात करीब 12 बजे नोएडा से दंपती अपनी 14 साल की बेटी, भाई-भाभी और भतीजे के साथ पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने शाहजहांपुर के लिए निकला था। करीब डेढ़ बजे बुलंदशहर जिला मुख्यालय से महज दो किमी दूर एनएच-91 (गाजियाबाद-अलीगढ़) पर स्थित गांव दोस्तपुर के फ्लाईओवर के पास किसी ने कार के सामने कुछ फेंका, लेकिन जोर की आवाज आने पर भी चालक ने कार नहीं रोकी।

करीब 200 मीटर आगे जाने पर फिर वैसी ही आवाज आई तो चालक ने गाड़ी रोक दी। इसी दौरान पीछे से आकर रुकी कार से उतरे छह-सात अपराधियों ने पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर लेकर कार को फ्लाईओवर के नीचे ले गए। तीनों पुरुषों को कार से उतारकर बंधक बना लिया। दोनों महिलाओं और लड़की को कार सहित अपराधी हाईवे के नीचे संपर्क मार्ग पर ले गए और मां-बेटी से सामूहिक दुष्कर्म किया। बदमाश 12 हजार रुपये और जेवर भी लूटकर ले गए।

खास बातें

-24 घंटे का अल्टीमेटम दिया मुख्यमंत्री ने तो हरकत में आई पुलिस

-200 फोटो घुमंतू जाति के बदमाशों की पीड़ित परिवार को दिखाए गए। इनमें तीन की शिनाख्त

-350 पुलिसकर्मी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक दे रहे दबिश

देश में बढ़े दुष्कर्म के मामले

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार 2010 से 2014 तक देश में दुष्कर्म के मामलों में लगातार इजाफा हुआ है। एक नजर-

-10.9 फीसद कुल महिला अपराधों में दुष्कर्म मामलों की हिस्सेदारी रही 2014 में

-2 दुष्कर्म के मामले प्रति घंटे सामने आते हैं देश में

हर साल बढ़े दुष्कर्म के मामले

साल मामले वृद्धि (फीसद में)

2010 22 172, –

2011 24 206, 9.2

2012 24 923, 3.0

2013 33 707, 35.2

2014 36 735, 9.0

 

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