अद्धयात्म

माघी पूर्णिमा: पाना चाहते हैं महालक्ष्‍मी की कृपा, तो आज रात करें ये उपाय

104110-mlkshm-7दस्तक टाइम्स एजेंसी/नई दिल्ली : माघ मास की पूर्णिमा का विशेष महत्‍व है। इस तिथि को चंद्रमा अपने पूर्ण रूप में होती है और आज के दिन गंगा में डुबकी लगाने से सारे कष्‍ट दूर हो जाते हैं। ब्रह्मवैवर्तपुराण में उल्लेख है कि माघी पूर्णिमा पर भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं अत: इस पावन समय गंगाजल का स्पर्शमात्र भी स्वर्ग की प्राप्ति देता है। इस दिन गंगा में स्नान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है। इसके साथ ही मन और तन भी शुद्ध हो जाते है। इस दिन व्रत करने से धन, लक्ष्मी, विद्या की प्राप्ति होती है। पुराणों में माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु व्रत, उपवास, दान से भी उतने प्रसन्न नहीं होते, जितना अधिक प्रसन्न माघ स्नान करने से होते हैं।

 धर्म शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि को विशेष फलदाई माना गया है और इसमें माघी पूर्णिमा का महत्व कहीं अधिक है। पुराणों के अनुसार, इस दिन विशेष उपाय करने से धन की देवी मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न हो जाती हैं। वहीं, कई उपाय इस दिन करने से शुभ फल मिलते हैं। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए माघी पूर्णिमा को विशेष तिथि मानी गई है। इस पूर्णिमा की रात लगभग 12 बजे महालक्ष्मी की भगवान विष्णु सहित पूजा करें एवं रात को ही घर के मुख्य दरवाजे पर घी का दीपक जलाएं। इस उपाय से माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर उस घर में निवास करती हैं। इस दिन को महालक्ष्मी का विशेष दिन माना जाता है, इसलिए माता को इस दिन प्रसन्न करना बहुत ही आसान होता है।

वैसे भी कहा जाता है कि माघी पूर्णिमा की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें। फिर पितरों का श्राद्ध कर निशक्तजनों को भोजन, वस्त्र, तिल, कंबल, कपास, गुड़, घी, जूते, फल, अन्न आदि का दान करें। इस दिन सोने एवं चांदी का दान भी किया जाता है। इसी दिन संयमपूर्वक आचरण कर व्रत करें। गरीबों एवं जरुरतमंदों की सहायता करनी चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपके द्वारा या आपके मन, वचन या कर्म के माध्यम से किसी का अपमान न हो। मान्‍यता है कि जो कोई भी इस दिन सच्‍चे हृदय से स्‍नान दान करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।

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