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मिट्टी के नीचे दब गईं दर्जनों जिंदगियां, रेस्क्यू ऑपरेशन में यूं निकल रहीं लाशें

14_1483075466झारखंड में गोड्डा जिले के राजमहल ओपनकास्ट प्रोजेक्ट की ललमटिया में गुरुवार रात मिट्‌टी धंसने से 60 से 70 मजदूरों के दबने की आशंका है। अब तक 9 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। मिट्टी में 35 से ज्यादा डंपर समेत 4 पे लोडर दब गए हैं। इसमें दस डंपर निकाले जा चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। बचने की उम्मीद बेहद कम…

– खदान में 200 फीट तक डीप माइनिंग चल रही थी। हादसे के बाद मलबा ढह गया। इससे खदान के अंदर जाने का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है।
– गुरुवार देर रात शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन शुक्रवार को भी जारी है। हालांकि, स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लापरवाही की भी शिकायत की है।
– बता दें कि छह माह पहले भी 20 करोड़ की लागत की ड्रिल मशीन यहां धंस गई थी। खतरों के इन अलर्ट्स का प्रबंधन ने गंभीरता से नहीं लिया।
 
मौके पर पहुंचे अधिकारी
– घटना के बाद शुक्रवार की सुबह चीफ सेक्रेटरी राजबाला वर्मा और डीजीपी डीके पांडेय मौके पर पहुंचे हैं। सीनियर ऑफिसर्स खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
– हादसे के बाद झारखंड के सीएम रघुवर दास ने सेंट्रल मिनिस्टर पीयूष गोयल से बात की है। इस घटना की जांच अब डीजीएमएस करेगी।
– सीएम ने कहा है कि सरकार हादसे के कारणों की जांच करेगी। दोषियों कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
– गोड्‌डा के एसपी हरिलाल चौहान ने बताया कि ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के इस प्रोजेक्ट में माइनिंग का काम महालक्ष्मी कंपनी की आेर से किया जा रहा था।
 
मलबे से शवों का निकलना जारी
– रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शवों का मिलना जारी है। अबतक नौ बॉडी मिली हैं, जिन्हें निकाल लिया गया है। इनमें पांच की पहचान हो गई है।

– मृतकों में संजय शाही (लोहरदगा, बिहार), नागेश्वर पासवान, (मुजफ्फरपुर, बिहार), राजेंद्र यादव, (सीवान, बिहार), हरे कृष्ण यादव, (सीवान, बिहार), ब्रजेश यादव (बलिया, उत्तर प्रदेश), जावेद अंसारी (गढ़वा, झारखंड), मोहम्मद नुस्ल (महागंज पहाड़ी, एमपी), शकील अंसारी (रामगढ़, झारखंड) और विकास पटेल (सिंधी, मध्यप्रदेश) शामिल हैं।
 
पीएम ने की झारखंड के सीएम से बात
– गोड्डा खान दुर्घटना को लेकर नरेंद्र मोदी ने झारखंड के सीएम रघुवर दास से फोन पर बात की है।
– इस घटना पर प्रधानमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए राहत कार्यों की जानकारी ली।
– साथ ही उन्होंने राहत कार्य में हरसंभव मदद का भी भरोसा दिलाया है।
-मुख्यमंत्री ने सभी मृतक परिवारों को 2-2 लाख रुपए एवं घायलों को 25 -25 हज़ार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
– इधर, केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा केंद्र सरकार की ओर से दिया जाएगा।
– उन्होंने बताया कि एेसी घटना पहले कभी नहीं हुई है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
 
इनके दबे होने की आशंका
– खदान में एक जवान, तीन डोजर और कई गाड़ियों के साथ 7 सुपरवाइजर सहित 60 से 70 लोगों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है।
– डिप्टी कमिश्नर अरविंद कुमार ने बताया कि इस घटना में एक माइनिंग सरदार हेमनारायण यादव को काफी चोटें आई हैं।
-ऊर्जानगर स्थित ईसीएल के अस्पताल में भर्ती उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
– इससे पहले भी 26 सितंबर 2001 को इसी परियोजना में मिट्टी धंसने से 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
-इस घटना के बाद कई अधिकारियों को सस्पेंड करने के साथ मामला भी दर्ज हुआ था।

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