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मिस्त्री ने बयां की टाटा की हकीक़त

cyrus-mistry_57d917c0a496e-1न्यूयार्क :टाटा ग्रुप के चेयरमैन साइरस मिस्त्री खुली सोच और स्पष्ट बातों के लिए जाने जाते हैं. साइरस मिस्त्री ने कहा है कि यह स्वीकार करने में किसी तरह की झिझक नहीं महसूस होती है कि हम किसी बिजनेस को छोड़ रहे हैं या उससे बाहर निकल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसी कंपनी को छोड़ना टाटा ग्रुप के लिए अंतिम विकल्प होता है.

एफसीएलटी ग्लोबल की सदस्यता ग्रहण करने के सिलसिले में न्यूयॉर्क में मौजूद साइरस मिस्त्री ने कहा कि कहा कि यह निर्णय सिर्फ शॉर्ट टर्म के नफा-नुकसान को ध्‍यान में रखकर नहीं किये जाते हैं. टाटा ग्रुप के ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क और आईटी आर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इन कंपनियों के बारे में लॉन्ग टर्म के लिए सोच रखने का लाभ हुआ है.

मिस्त्री ने यह भी कहा कि जब हम नए सेेक्‍टर में कदम रखते हैं तो वहां असफलता की संभावना बनी रहती है, लेकिन हमें इसे बिजनेस मॉडल के रूप में स्वीकार करना करना चाहिए. हालाँकि आलोचक हमें कम्पनियों से निकलने को लेकर एग्रेसिव रुख अपनाने की सलाह दे सकते हैं. अगर हम शॉर्ट टर्म के लिए नफा या नुकसान देखते तो उनकी यह दलील सही भी हो सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं है. सस्टेनेबल प्रॉफिटेबल ग्रोथ टाटा ग्रुप की वैल्यू क्रिएशन फिलोसॉफी और फंडामेंटल है. हम इसी आधार पर अपनी ग्रुप कंपनियों का इवैल्युएशन करते हैं. हमारे लिए अच्छी बात यह है कि स्टॉक मार्केट इंडेक्स पर टाटा ग्रुप लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है.

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