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मुंबई में फिर जूनियर आर्टिस्ट से बलात्कार, आरोपी गिरफ्तार

करीब चार साल पहले शक्ति मिल रेप कांड से मुंबई हिल गई थी। वैसी ही घटना दहिसर में हुई। यहां एक महिला जूनियर आर्टिस्ट के साथ बलात्कारकिया गया। मुंबई क्राइम ब्रांच ने आर्टिस्ट द्वारा मोबाइल पर पहचानी आवाज से इस रेप कांड की गुत्थी सुलझाई। डीसीपी निसार तांबोली ने शुक्रवार को एनबीटी को बताया कि यह आवाज बलात्कारी प्रदीप तिवारी की थी। उसे गिरफ्तार करके दहिसर पुलिस को सौंप दिया गया है। पूछताछ में पता चला कि उसके खिलाफ संगीन अपराध के 9 केस अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में दर्ज हैं। मुंबई में फिर जूनियर आर्टिस्ट से बलात्कार, आरोपी गिरफ्तार

लिफ्ट देकर तोड़ा भरोसा 
पीड़ित महिला विले पार्ले में रहती है। 12 जनवरी को वह किसी शूटिंग के सिलसिले में वसई गई हुई थी। लौटने में उसे देर रात हो गई थी। वसई से मुंबई के डायरेक्ट ऑटो नहीं चलते। दहिसर चेक नाका पर दूसरा ऑटो लेना पड़ता है। वारदात वाली रात महिला चेकनाका तक तो ऑटो से आ गई, लेकिन वहां से उसे मुंबई जाने का कोई साधन नहीं मिल रहा था। वह किसी ऑटो की राह देख ही रही थी कि तभी आरोपी प्रदीप तिवारी एक बाइक पर उसके पास आया और पूछा कि आपको कहां जाना है? 

खंडहर में किया रेप 
महिला ने जब उसे दहिसर स्टेशन छोड़ने की बात कही, तो आरोपी ने उसे बाइक पर बैठा लिया। कुछ मिनट बाद वह महिला को एक सुनसान जगह ले गया और खंडहर पड़ी एक बिल्डिंग में उससे दुष्कर्म किया। महिला के विरोध करने पर उसकी पिटाई भी की। उसने महिला से उसका मोबाइल नंबर ले लिया और बाद में उसे दहिसर रेलवे स्टेशन छोड़ दिया। वहां उसे धमकी दी कि यदि पुलिस या परिवार में किसी को जानकारी दी, तो खैर नहीं। 

धमकी से नहीं डरी पीड़िता
हालांकि, महिला ने धमकियों से डरी नहीं और अपनी मां को आपबीती सुनाई। उसके बाद दहिसर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। क्राइम ब्रांच यूनिट-12 के सीनियर इंस्पेक्टर सुनील जाधव, अतुल आव्हाड की टीम ने भी समानांतर जांच शुरू की। पर पीड़ित महिला को यह याद नहीं था कि आरोपी उसे किस जगह पर ले गया था। उसने क्राइम ब्रांच अधिकारियों को बस इतना ही बताया था कि जिस जगह उससे बलात्कार किया गया, वह खंडहर जैसी जगह थी। जांच अधिकारियों ने इसके बाद उसके मोबाइल का लोकेशन निकाला। एक इलाके में उसका लोकेशन लंबे समय तक दिखा। इस इलाके में दहिसर का अशोकवन, केतकीपाडा और कोंकणीपाडा आता है। जांच टीम ने जब इस इलाके का दौरा किया, तो कई जगह खंडहर ही खंडहर दिखे। पीड़ित महिला ने वह जगह पहचान ली, जहां आरोपी उसे जबरन ले गया था। 


सीसीटीवी से भी कोई सुराग नहीं 

क्राइम ब्रांच अधिकारियों ने इसके बाद आरोपी की शिनाख्त के लिए इलाके के कई दर्जन सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लिए। पर फिर भी बलात्कारी का कोई सुराग नहीं मिला। 2 फरवरी को पीड़ित जूनियर आर्टिस्ट किसी और शूटिंग के लिए बेंगलुरु गई हुई थी। वहां उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने पूछा, तुम कैसी हो। पीड़िता ने फौरन आवाज पहचान ली और क्राइम ब्रांच अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी। फौरन उस नंबर की जांच हुई, जिससे कॉल किया गया था। यह नंबर मीरा रोड में कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले एक व्यक्ति का था। उसे पूछताछ के लिए उठाया गया। पर उसने साफ इनकार किया कि उसने महिला को कोई कॉल किया या उससे साथ बलात्कार किया। जब जांच अधिकारियों ने पीड़ित महिला को उसकी फोटो दिखाई, तो उसने भी कहा कि यह आरोपी नहीं है। 


ऐसे पकड़ाया आरोपी 

इसके बाद उस कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले सभी लोगों के फोटो खींचे गए और महिला को दिखाए गए। उसी में उसने आरोपी प्रदीप तिवारी की शिनाख्त कर ली। प्रदीप तिवारी ने बताया कि 2 फरवरी को लघुशंका जाते वक्त उसका दोस्त यानी मूल मोबाइल धारक अपना मोबाइल टेबल पर छोड़ गया था। उसी वक्त उसने दोस्त का मोबाइल उठाया और पीड़िता को कॉल कर दिया। बाद में चुपके से उसने टेबल पर यह मोबाइल फिर रख दिया। उसने सोचा कि पकड़ा जाएगा तो उसका दोस्त यानी मूल मोबाइल धारक, लेकिन कानून के हाथ उसके दोस्त के मोबाइल के जरिए उस तक पहुंच ही गए। 

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