उत्तर प्रदेशराज्य

मुख्यमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ की लाभार्थियों से डिजिटल संवाद किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक कार्यक्रम में ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण में निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्राप्त करने वाली 10 जनपदों की लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद किया। लाभार्थी महिलाओं को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गरीब एवं जरूरतमन्द परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ ईंधन के माध्यम से बेहतर जीवन सुलभ कराने के लिए ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के अन्तर्गत निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। बाद में उज्जवला योजना पर निशाना साधते हुये समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ‘स्वच्छ ईंधन, बेहतर जीवन’ के नारे के साथ शुरू हुई ‘उज्ज्वला योजना 2.0’ चुनाव से ठीक पहले भाजपा का जनता से दूसरा बड़ा छलावा भर है। उन्होंने कहा कि वस्तुतः यह योजना ‘मंहगा ईंधन, बेकार जीवन’ में बदल चुकी है।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ ईंधन का अर्थ स्वास्थ्य के लिए उत्तम ईंधन है। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 10 अगस्त, 2021 को ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण के तहत देश में कुल एक करोड़ निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन गरीब एवं जरूरतमन्द परिवारों को प्रदान किये जाएंगे। ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण के लिये प्रदेश के 10 जनपदों सोनभद्र, बांदा, महोबा, चित्रकूट, रायबरेली, हरदोई, बदायूं, अमेठी, फतेहपुर एवं फर्रूखाबाद का चयन किया गया है। इन जनपदों की 20 लाख लाभार्थियों को ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण में निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के इस चरण में उन प्रवासी श्रमिकों के लिए विशेष प्राविधान किये गये हैं, जो प्रथम चरण में पते के प्रमाण के अभाव में योजना का लाभ प्राप्त करने से वंचित रह गये थे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ का शुभारम्भ मई, 2016 में प्रदेश के जनपद बलिया से किया गया था। योजना के अन्तर्गत मार्च, 2020 तक आठ करोड़ वंचित परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिये जाने का लक्ष्य था। इस लक्ष्य को तय सीमा से सात महीने पूर्व सितम्बर, 2019 में प्राप्त कर लिया गया। योजना के अन्तर्गत प्रदेश में सर्वाधिक 1.47 करोड़ से अधिक निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन गरीब एवं जरूरतमन्द परिवारों को उपलब्ध कराये गये हैं। बाद में सपा प्रमुख यादव ने एक बयान में कहा कि सरकारी विज्ञापनों में और मुख्यमंत्री के भाषणों में गांव की गरीब महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से उज्ज्वला योजना की शुरुआत का एलान होता हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों को लाखों की संख्या में रसोई गैस चूल्हा और सिलेंडर दिए जाने का दावा किया जाता है जबकि हकीकत यह है कि उज्ज्वला का सिलेंडर महज शो पीस से ज्यादा कुछ नहीं है।

उन्होंने कहा कि एनएसओ के सर्वे के मुताबिक गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले 20 प्रतिशत परिवारों की प्रतिमाह आय मात्र 1065 रुपये है। उन्होंने दावा किया कि पिछले 15 माह में रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 321 रूपए की बढ़त दर्ज की गई है और जुलाई में गैस सिलेंडर 933 रूपए का मिल रहा है। उन्होंने कहा कि एक अगस्त 2021 से सरकार ने 19 किलो वाले वाणिज्यिक गैस सिलेंडर के दामों में 73.5 रूपए की बढ़ोत्तरी कर दी है जबकि उस पर सब्सिडी फिक्स कर दी गई है। यादव ने दावा किया कि सच तो यह है कि जिन परिवारों को उज्ज्वला योजना का लाभ मिला है वे दोबारा गैस सिलेंडर नहीं ले सके हैं और इस योजना के 78 प्रतिशत परिवारों ने फिर चूल्हे पर खाना बनाना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब रसोई गैस सिलेंडर गरीब की कमाई और जेब से बाहर है तो उज्ज्वला योजना तो उसके लिए भाजपा की चुनावी एजेंडा पूरी करने की साजिश के अलावा और कुछ नहीं है।

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