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मुसलमान इस बार समाजवादी पार्टी को वोट नहीं देंगे : मायावती

mayawati-1मायावती ने मौजूदा दौर में यूपी के सियासी हालात पर चिंता जताई है।कहा कि प्रदेश की जनता जनता बदलाव चाहती है। वह भविष्य की ओर देख रही है। हमको इस बाबत प्रतिक्रिया भी मिल रही है।

लखनऊ (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को भरोसा है कि उनकी पार्टी एक बार फिर जोरदार ढंग से उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी करेगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जोरदार लेकिन शांत होकर तैयारी में लगीं मायावती ने एक निजी चैनल के बातचीत में सत्ता में वापसी पर भरोसा जताया।

इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल जोरदार तैयारी में लगे हैं। कांग्रेस के बाद सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के साथ ही भारतीय जनता पार्टी रथयात्रा निकालने में लगे हैं।

अखिलेश विकास रथ यात्रा के जरिए जनता का मन टटोलने में लगे हैं तो भाजपा भी ताबड़तोड़ रैलियां कर रही है। इन सब के बीच बहुजन समाज पार्टी भी प्रदेश के मतदाताओं का मन टटोलने में लगी है। पार्टी ने कमर कस ली है और खुद पार्टी की सुप्रीमो मायावती मैदान में उतर चुकी हैं।

मायावती ने मौजूदा दौर में यूपी के सियासी हालात पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता जनता बदलाव चाहती है। वह भविष्य की ओर देख रही है। हमको इस बाबत प्रतिक्रिया भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछला चुनाव हारने के बाद मैंने 7 मार्च 2012 को ही कह दिया था कि उत्तर प्रदेश की जनता को बसपा को सत्ता से बाहर करने का बेहद अफसोस रहेगा। देखिए ऐसा ही हो रहा है। जनता को बेरोजगारी भत्ता व लैपटॉप देकर बहकाया गया। अब जनता 2012 वाली गलती नहीं करेगी।

मुसलमान प्रत्याशियों को बड़ी संख्या में टिकट देने की तैयारी के बारे में मायावती ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद सब सामने आ जाएगा। लोग देखेंगे कि बसपा ने सभी समुदाय के लोगों को टिकट दिया है। लोकसभा के चुनाव में 2014 में लोगों ने भाजपा को केवल इसलिए वोट दिया, क्योंकि उन्हें डर था कि एक बार फिर यूपीए की सरकार बन जाएगी। इसके बाद भी हमको 20 फीसदी वोट मिले।

अखिलेश यादव के सियासी चूक पर मायावती ने कहा अखिलेश यादव ने कहा था कि वे अपने पिता मुलायम सिंह यादव का अनुसरण करेंगे। यह सत्य है उन्होंने ऐसा ही किया। उन्होंने समाजवादी पार्टी को अपराधियों से भर दिया। अखिलेश यादव की यूथ टीम में अधिकतर अपराधी हैं। यूपी में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जो ठग मुलायम सिंह के साथ थे, वे अब अखिलेश के साथ हैं।

समाजवादी पार्टी में कलह के बारे में मायावती ने कहा कि देर सवेर यह तो होना ही था। जहां पर कई फ्रंट खुले होते हैं, वहां यह सब होता ही है। अखिलेश यादव के नई पार्टी बनाने के बारे में मायावती ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि ऐसा कुछ होगा। अगर अखिलेश नई पार्टी बनाएंगे तो उनका वोट बैंक दो ध्रुवों मेें बंट जाएगा। हर समय उनके चाचा शिवपाल काम नहीं करने देंगे। मायावती ने कहा कि अब मुझे अपनी जीत पर इसलिए भी यकीन है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुसलमान इस बार समाजवादी पार्टी को वोट नहीं देंगे। समाजवादी पार्टी डूबता हुआ जहाज है।

मायावती को कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के संभावित गठबंधन पर संदेह है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि इस गठबंधन का कोई भविष्य है। यदि दो खत्म हो चुकी पार्टियां हाथ मिलाती हैं तो वे क्या हासिल करेंगी। यदि समाजवादी पार्टी को अपनी जीत पर इतना ही यकीन है तो विज्ञापनों पर इतने पैसे क्यों बहा रही है। यूपी की जनता एक बार भूल कर चुकी है और अबकी बार वो फिर नहीं करेगी।

अखिलेश के विकास के दावे के बारे में बसपा की मुखिया ने कहा कि लोग जानते हैं कि अखिलेश ने उत्तर प्रदेश में क्या किया है। आज जिस काम का श्रेय ले रहे हैं, वो तो मैंने शुरू किए थे। लखनऊ मेट्रो की पहल मैंने की थी। मैंने ही जन कल्याण पार्क का शिलान्यास किया। लखनऊ में विधवा को पेंशन देने की योजना मैंने शुरू की। सारा काम का श्रेय ले रहे हैं।

भाजपा के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री चेहरे को तो पेश करना दूसरी बात है। वह तो टिकट देने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अभी तक भारतीय जनता पार्टी में जो भी भीड़ दिख रही है वह टिकट पाने वालों की है। यह लोग न तो पार्टी के कार्यकर्ता है और न ही पदाधिकारी। यह सभी लोग टिकट चाहने वाले है।

उत्तर प्रदेश के चुनाव में सर्जिकल स्ट्राइक के असर के बारे में मायावती ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से तो हमारी सरहद अधिक असुरक्षित हो गई है। अब हर दिन वहां हमले हो रहे हैं। बार्डर के पार से लगातार फायरिंग से लोग मारे जा रहे हैं। अभी तो कश्मीर में भाजपा की सरकार है, लेकिन स्कूल जलाए जा रहे हैं। यदि सरहद पर इसका असर नहीं है तो फिर उत्तर प्रदेश में इसका क्या असर होगा।

 

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