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मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर ‘पोल खोल-हल्ला बोल’ अभियान

लखनऊ : मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर देश के तमाम संगठन पोल खोल-हल्ला
बोल अभियान के तहत मोदी सरकार के मजदूर विरोधी, जन विरोधी व विभाजनकारी
नीतियों का जनता के बीच में पर्दाफाश करेंगे। अभियान के तहत 16 से 22 मई 2018
तक सभी जिलों में नुक्कड़ सभा, गांव बैठक, पर्चा वितरण, दीवाल लेखन आदि के
माध्यम से मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता में व्यापक प्रचार किया
जायेगा। 23 मई को जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालय, ब्लाक मुख्यालय पर
धरना, प्रदर्शन, जुलूस आदि के रूप में ज्यादा से ज्यादा जनता को मोबलाइजेशन किया
जायेगा। उक्त आशय का निर्णय जनसंगठनों, वर्गीय संगठनों, सामाजिक संगठनों-आंदोलनों के प्रतिनिधियों की बैठक में लिया गया। इसके लिए राज्य स्तर पर पर्चा तैयार कर जिलों में बड़े पैमाने पर वितरित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में वक्ताओं ने
कहा कि मोदी सरकार ‘अच्छे दिन आयेंगे’ का वादा करके सरकार में आई थी। इन चार
सालों में आम जनता के तो अच्छे दिन नहीं आये किन्तु कारपारेट सेक्टर के अच्छे
दिन आ गये हैं। पूरे प्रदेश में श्रम कानूनों का पालन नहीं हो रहा है। किसान
कर्ज में डूबे हुए हैं। बेरोजगारी बढ़ रही है। महंगाई चरम पर है। कानून
व्यवस्था की हालत बहुत खराब है। समाज में साम्प्रदायिक धु्रवीकरण तेज करने की
कोशिश हो रही है। उच्च शिक्षण संस्थाओं पर हमले जारी हैं। आम जनता के
लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला हो रहा है। अल्पसंख्यकों महिलाओं व दलितों के
उत्पीड़न की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। बैठक की अध्यक्षता आशा मिश्रा, वंदना मिश्रा व मधु गर्ग ने संयुक्त रूप से की। बैठक में 57 संगठनों के प्रतिधिनिधियों को बुलाया गया था। बैठक में प्रेमनाथ राय, आर.एस. बाजपेयी, इम्तियाज बेग, कांति मिश्रा, आशा मिश्रा, वंदना मिश्रा, मुकुट सिंह, 10 विधानसभा मार्ग, पुष्पेन्द्र, शैलेन्द्र कुमार (एआईकेकेएमएस) राजबली
(एआईयूटीयूसी), महराजदीन चैधरी (किसान सभा), जमाल अहमद, अरूण यादव आयुश प्रताप सिंह यादव), बृजलाल भारती, अफरोज आलम, कमलेश कुमार सिंह, दिनकर कपूर, ताहिरा हसन, अजीत सिंह, उमाशंकर मिश्र, सस्मीता सिंह, वंदना सिंह , यादवेन्द्र, जेपी मौर्या, रामनाथ, संतोष यादव, मायाराम वर्मा, आरके मिश्रा, शशांक, शेखर सिंह, राम सिंह भवन निर्माण मजदूर, जैनब, अफरोज जहां, कौशल किशो, अतुल अंजान, शिवा राजभर, चंद्रशेखर व सदरूद्दीन राना आदि बैठक में उपस्थित रहे।

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