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राम मंदिर के लिए ‘संघ’ और विहिप की धर्मसभा, दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटे हजारों संत

नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक पेश करने की मांग तेज हो गई है। लोकसभा चुनाव नज़दीक आते-आते राम मंदिर का मुद्दा और ज़ोर पकड़ रहा है। अयोध्या के बाद अब दिल्ली में भी विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की ओर से आज धर्मसभा हो रही है। इसके लिए देश से संत, साधु रामलीला मैदान में जुटे हैं। इस धर्म सभा को जूना अखाड़ा पीठाधीश्वर महा-मंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज, श्रीजगन्नाथ पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य, गीता मनीषी महा-मंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद, युग पुरुष परमानंद, वात्सल्य ग्राम संस्थापक दीदी मां साध्वी ऋतंभरा, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भैया जी) जोशी, विश्व हिंदू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष जस्टिस (रिटायर्ड) विष्णु सदाशिव कोकजे और कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार सहित कई संत और जाने-माने लोग संबोधित करेंगे। वीएचपी ने इस बाबत कहा है कि वह आश्वस्त है कि संसद के आगामी सत्र के दौरान विधेयक पेश किया जाएगा, जिससे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त होगा।

वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, रामलीला मैदान में धर्म संसद को आरएसएस के कार्यकारी प्रमुख सुरेश भैय्याजी जोशी संबोधित करेंगे। यह विशाल रैली होगी जो अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक लाने का समर्थन नहीं करने वाले सारे लोगों का हृदय परिवर्तन कर देगी। वीएचपी के महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि अगर किसी स्थिति में संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक नहीं लाया गया तो अगली ‘धर्म संसद’ में आगे के कदम पर फैसला होगा. इसका आयोजन अगले साल 31 जनवरी और एक फरवरी को महाकुंभ के इतर इलाहाबाद में होगा। बंसल ने कहा कि वीएचपी अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे और इसके अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी रैली को संबोधित करेंगे।

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