अद्धयात्म

वास्तु के अनुसार इस दिशा में बनाएं अध्ययन कक्ष, सदा रहेगी मां सरस्वती की कृपा

saraswati-1455085232घर में रसोई के बाद अध्ययन कक्ष ही अहम जगह मानी जाती है। आइए जानें कैसा हो वास्तु के अनुसार स्टडीरूम। 

– अध्ययन कक्ष में शौचालय कभी न बनाएं और न ही सौंदर्य प्रसाधन सामग्री और टीवी रखें।

– अध्ययन के लिए पूर्व या उत्तर दिशा में बैठना ठीक होता है। अध्ययन कक्ष में उत्तर या पश्चिम दिशा में खिड़की रखना शुभ माना जाता है।

– अध्ययन कक्ष पश्चिम दिशा में बनाना अति शुभ बताया है। इस दिशा में चंद्रमा, बुध, गुरु, शुक्र इन चार शुभ ग्रहों का उत्तम प्रभाव प्राप्त होता है। 

– पश्चिम दिशा के कक्ष में अध्ययन करने से चंद्र ग्रह से नवीन विचारों की वृद्धि, गुरु ग्रह से शिक्षा वृद्धि, शुक्र  से प्रतिभा-लेखन में निपुणता और धन की वृद्धि होती है।

– पढ़ाई की पुस्तकें पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। नैऋत्य दिशा में रखने से पढ़ने की इच्छा नगण्य हो जाती है।

– अध्ययन कक्ष की दीवारों का रंग श्वेत व बादामी होना शुभ है। कक्ष की किवाड़ व अन्य लकड़ी का जो वास्तविक रंग हो वही शुभ है।

 
 

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