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शिवपाल की सबसे बड़ी जीत, फिर हार गए अखिलेश
NEW DELHI: पिछले दो दिन से मुलायम सिंह के कुनबे में छिड़े महाभारत का नतीजा ढाक के तीन पात साबित हुआ है. सार्वजनिक तौर परतू-तू, मैं-मैं और धक्का-मुक्की के बाद अब खबर आ रही है कि शिवपाल सिंह को अखिलेश मंत्रीमण्डल में वापस वही जगह वापस मिलने जा रही है जो पह
यह भी कहा जा रहा है कि उनके साथ ही बाकी तीनों फातिमा, नारद राय और ओमप्रकाश सिंह की वापसी भी होगी। इसके अलावा जयाप्रदा को कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी वापस दिया जा रहा है। आखिर क्या होगा इस कहानी का पटाक्षेप ये तो भी गर्त में छिपा हुआ है।
इससे पहले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को फटकारा और नसीहत भी दी। वहीं उन्होंने शिवपाल सिंह यादव और अमर सिंह की जमकर तारीफ की। कौमी एकता दल के विलय के पक्ष में भी बोले। कहा, अंसारी परिवार सम्मानित परिवार है।
मुलायम ने पार्टी के अंदर चल रही तनातनी से अपने को आहत बताया। कहा बहुत लाठियां खाई है, पार्टी को खड़ा करने में। इतना संघर्ष किया है जितनी यहां के लोग कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
मुलायम ने कहा कि अभी मैं कमजोर नहीं हूं। जो उछल रहे हैं एक लाठी भी नहीं झेल नहीं पाएंगे। मैं तो लोहियाजी के रास्ते पर चलकर ही आगे बढ़ा। देश में इमरजेंसी के दौरान जेल में रहा। गरीबों तथा किसानों के लिए संघर्ष किया। संघर्ष में मैं जेल गया, कौन नहीं जानता,पार्टी बनाने में बहुत संघर्ष किया।
उन्होंने शिवपाल को आम जनता का नेता बताया। अपने संघर्ष के दिनों का खास साथी बताया। अमर सिंह के बारे में कहा कि उन्होंने मेरी बहुत मदद की है। वह मेरा भाई है। अखिलेश से कहा कि तुम अमर सिंह को गाली देते हो। उन्होंने मुझे जेल जाने से बचाया।