अद्धयात्म

शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी जी के साथ करें इनकी भी पूजा, हो जाएंगे मालामाल

आज कल के युग में मनुष्य इतनी कड़ी मेहनत करता है दिन रात किसी ना किसी कार्य के बारे में सोचता ही रहता है जिससे वह सफलता प्राप्त कर पाए वैसे देखा जाए तो सफलता का सिर्फ एक ही मतलब है व्यक्ति को अपने जीवन में संपत्ति प्राप्त करना है यानि पैसा कमाना है अगर आपके जीवन में अधिक पैसा है तो आपका जीवन सबसे अधिक सफल माना जाएगा शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि अगर धन समृद्धि की प्राप्ति करनी है तो धन की देवी माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की उपासना करनी चाहिए ऐसा करने से कुबेर देवता प्रसन्न होते हैं और आपके घर परिवार में धन की कोई कमी नहीं होती चारों दिशाओं से आपके घर में धन का आगमन आरंभ हो जाता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि कुबेर देवता को प्रसन्न करने के लिए ऐसा क्या किया जाए तो आइए इन सबकी जानकारी जानने से पहले कुबेर देवता के बारे में कुछ जान लेते हैं।

कुबेर को भगवान शिव जी ने प्रसन्न होकर सौंप दी यह जिम्मेदारी

पौराणिक कथाओं के मुताबिक पहले कुबेर सिर्फ एक सामान्य इंसान थे यह भगवान भोलेनाथ की कठोर तपस्या किया करते थे शिव जी ने प्रसन्न होकर पूरे संसार की संपत्ति का अधिपति उन्हें नियुक्त कर दिया था तब कुबेर की प्रसन्नता का कोई ठिकाना नहीं रहा था और उनके मन में एक दिन में ही लालच आ गया था तब शिव जी ने कुबेर को सबक सिखाने के लिए अपने पुत्र गणेश जी को उनके पास भेज दिया था।

गणेश जी ने सिखाया सबक

कुबेर देवता ने एक बार सभी देवताओं के लिए भोजन का आयोजन रखा था तब भगवान गणेश जी ने वहां पर सबसे पहले पहुंचकर सारा भोजन समाप्त कर दिया था भगवान गणेश जी को इतनी तेज भूख लगी थी कि वह कुबेर को भी खाने के लिए चल दिए तब कुबेर को अपनी गलती का एहसास हुआ और उनको सब समझ आ गया कि हमको अपनी शक्तियों का गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए इसी एहसास के पश्चात वह धन के देवता कुबेर के रूप में स्थापित हो गए इन्हीं सब वजह से जब भी लोगों को धन की प्राप्ति करनी होती है तो धन के देवता माने जाने वाले कुबेर देवता की पूजा की जाती है।

कुबेर यंत्र

आप लोगों ने कुबेर यंत्र तो देखा ही होगा कुबेर यंत्र तांबे की बनी एक प्लेट के समान होती है जिस पर कुबेर देवता का यंत्र बना रहता है इस यंत्र में 72 कतार और 72 वर्ग होते हैं जीवन में सुख संपन्नता और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए 72 के अंक को शुभ माना गया है इस यंत्र को आप अपने घर ऑफिस या फिर अपनी दुकान पर भी रख सकते हैं अगर आप इसका अच्छा फल प्राप्त करना चाहते हैं तो आप रोजाना इसकी नियमित रूप से पूजा कीजिए।

आपको इन बातों का विशेष ध्यान देना होगा कि कुबेर यंत्र को हमेशा एक समतल सतह पर रखना चाहिए अगर आप इसको लटका कर रखना चाहते हैं तो इसका मुख उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए और यह आपकी आंखों के सामने होना चाहिए रोजाना पूजा पाठ आरंभ करने से पहले कुबेर देवता के सामने सुगंधित अगरबत्तियां जलाएं यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे सकारात्मक ऊर्जा घर के अंदर आती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है इसके साथ ही आप निचे दिए मंत्रों का उच्चारण करें-

कुबेर यंत्र के मध्‍य में ध्‍यान केंद्रित करते हुए अब कुबेर मंत्र का जप शुरू करें।

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

आप उपरोक्त दिए हुए मंत्रों का जाप रोजाना कम से कम 21 या 108 बार कीजिए।
आप कुबेर देवता की पूजा शुक्ल पक्ष के किसी भी शुक्रवार की रात में आरंभ कर सकते हैं सुबह के समय रोजाना कार्य पर जाने से पहले कुबेर देवता का आशीर्वाद लीजिए अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके जीवन में बहुत ही जल्दी परिवर्तन नजर आने लगेगा और आपके कार्यों में भी बरकत होने लगेगी और घर परिवार में सुख समृद्धि आएगी।

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