हॉर्मोन का स्तर बढ़ता है
तनाव होने पर शरीर में हॉर्मोन का स्तर बढ़ता है।निरंतर तनाव की स्थिति में, व्यक्ति लगातार हमले जैसी स्थिति महसूस करता है और शरीर की लड़ाई प्रतिक्रिया चालू रहती है। तनाव-प्रतिक्रिया प्रणाली की दीर्घकालिक सक्रियता के चलते तनाव हॉर्मोन के लिए ओवर एक्सपोजर, शरीर में लगभग सभी प्रक्रियाओं को बाधित कर सकता है। इस प्रकार व्यक्ति विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में घिर जाता है।’तनाव से स्वास्थ्य पर होने वाले कुछ प्रभावों में चिंता, अवसाद, पाचन समस्याएं, हृदय रोग, अनिद्रा, वजन बढ़ना और ध्यान केंद्रित करने की समस्याएं शामिल हैं।
क्या करें-
-सुबह जल्दी उठे: तनाव कम करने में सबसे सहायक है कि आप सुबह जल्दी उठें।अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं तो आप अपने कई काम बिना किसी देरी के समय से निपटा सकते हैं।
-बे-वजह काम को ना टाले: हर बार आपने महसूस किया होगा कि आप कि दिनचर्या में होने वाले कामों को आप कुछ समय के लिए टाल देते हैं। ऐसा बिल्कुल ना करें।जब जिस काम की आवश्यकता हो उस काम को तुरंत निपटा लें। इस तरह कोई भी काम बाकी नहीं रहेगा और आपको उस काम को करने की टेंशन नहीं होगी।
– अपने लिए समय निकालें: टेक्नोलॉजी के इस नए दौर में इंसान सब कुछ जल्दी पा लेना चाहता है।भागदौड़ भरी जिंदगी में आज किसी के पास भी समय नहीं है।अपना समय अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ बताएं उनसे मजाक मस्ती करें।