उत्तर प्रदेशलखनऊ

सीएमएस गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) भारत के टॉप 50 स्कूलों में शामिल

नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में  ‘फ्यूचर 50 स्कूल्स शेपिंग सक्सेस’ अवार्ड से सम्मानित की गयीं प्रधानाचार्या आभा अनन्त

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा के लिए एवं छात्रों को 21वीं सदी के अनुरूप तैयार करने हेतु देश भर के सर्वश्रेष्ठ 50 विद्यालयों में शामिल किया है और इस उपलब्धि हेतु नई दिल्ली के ग्रैण्ड होटल में आयोजित एक सम्मान समारोह में सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या आभा अनन्त को ‘फ्यूचर 50 स्कूल्स शेपिंग सक्सेस’ अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन एवं सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की उप-प्रधानाचार्या यासमीन खान समेत कई गणमान्य हस्तियाँ उपस्थित थीं। सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) को यह सम्मान देश की ख्यातिप्राप्त मैगजीन ‘फार्च्यून इण्डिया’ के तत्वावधान में प्रदान किया गया। इस अवार्ड से सम्मानित होकर सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) ने सी.एम.एस. के गरिमामयी इतिहास में एक और उपलब्धि जोड़ दी है। उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने दी है। ‘फार्च्यून इण्डिया’ द्वारा अखिल भारतीय स्तर आयोजित सर्वेक्षण में सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) को विभिन्न मानकों पर सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। फार्च्यून इण्डिया पब्लिकेशन्स द्वारा विभिन्न क्षेत्रों से टॉप संस्थानों का चयन सर्वे के द्वारा किया जाता है और यह आंकड़े विश्वविख्यात मैगजीन टाइम इन, न्यूयार्क को विश्व रैंकिंग का प्रबंधन करने में सहायक होते हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. का मानना है कि शिक्षा पद्धति ऐसी होनी चाहिए जो छात्रों को अपने समय की समस्याओं का समाधान खोजने में सक्षमता प्रदान कर सके। यही कारण है कि सी.एम.एस. ने ‘ब्राडर एण्ड बोल्डर शिक्षा पद्धति’ को अपनाया है जो वर्तमान 21वीं सदी में छात्रों को क्वालिटी की विचारधारा से परिपूर्ण करती है, साथ ही उनमें नैतिक, चारित्रिक, सामाजिक व आध्यात्मिक गुणों का विकास कर उन्हें ‘विश्व नागरिक’ बनाती है। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. अपने छात्रों को न सिर्फ सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी है अपितु एकता, शान्ति व मानवाधिकारों की भावना को देश व विश्व में बढ़ावा देने में भी सदैव अग्रणी रहा है। सी.एम.एस. के सभी कैम्पस में छात्रों को भौतिक, सामाजिक व आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान करने के साथ ही साथ विभिन्न सामाजिक-साँस्कृतिक गतिविधियों, खेल, शिक्षकों की गुणवत्ता, शिक्षक-छात्र अनुपात, अभिभावकों का विद्यालय की शैक्षिक प्रक्रिया में दखल, इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इसके अलावा किताबी शिक्षा के साथ-साथ छात्रों नैतिक व चारित्रिक उत्थान पर विशेष जोर दिया जाता है। इन्हीं प्रयासों का प्रतिफल है कि यूनेस्को शान्ति शिक्षा पुरस्कार समेत विभिन्न पुरस्कारों से सी.एम.एस. को नवाजा जा चुका है।

 

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