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सीबीएसई बोर्ड दसवीं और बाराहवीं की परीक्षाएं शुरू

लखनऊ। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज से शुरू हो गई। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छात्रों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएं दी। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन 10वीं के विद्यार्थी वोकेशनल विषय तो 12वीं के विद्यार्थी अंग्रेजी विषय की परीक्षा देंगे। 12 अप्रैल को बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए होम साइंस की परीक्षा आयोजित होने के बाद समापन होगा। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं सुबह 10:30 से शुरू हुई। बोर्ड ने देशभर में कुल 8,591 परीक्षा केंद्र बनाए गये हैं। इनमें परीक्षा देने के लिए दोनों कक्षाओं के कुल 28 लाख 24 हजार 734 विद्यार्थियों पंजीकृत हैं। इसमें बारहवीं कक्षा की परीक्षा के लिए 11,86,306 विद्यार्थी तो दसवीं कक्षा की परीक्षा के लिए 16,38428 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।

सीबीएसई कोआर्डिनेटर जावेद आलम के अनुसार राजधानी लखनऊ में भी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए 23 केंद्र बनाए गए हैं। इन 23 केंद्रों पर करीब 26 हजार परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए। इसमें 10वीं के 13 हजार और 12वीं के 13 हजार विद्यार्थी हैं।

मिली जानकारी के अनुसार पांच लाख से अधिक विद्यार्थी पहले दिन सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बैठे। बोर्ड परीक्षा के दौरान मधुमेह टाइप-1 से पीड़ित विद्यार्थी परीक्षा कक्ष में शुगर की दवा, चॉकलेट, कैंडी, केला, संतरा, सेब, सैंडविच व पानी की छोटी बोतल ले जा सकने की इजाजत दी गयी है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अपने परीक्षा उपनियमों में इस बार से अहम बदलाव किये हैं। इसके तहत परीक्षा के दौरान अगर विद्यार्थी आकस्मिक रूप से बीमार हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें प्रश्न पत्र हल करने के लिए स्क्राइब, लिपिक की सुविधा मिलेगी। इस सुविधा का लाभ प्राप्त करने के लिए आकस्मिक रूप से बीमार विद्यार्थी को असिस्टेंट सर्जन स्तर के चिकित्सा अधिकारी की तरफ से जारी मेडिकल सर्टिफिकेट प्रस्तुत करना होगा। इसके बाद वे जूनियर विद्यार्थी का स्क्राइब के तौर पर प्रयोग कर सकेंगे। ऐसे विद्यार्थियों को सीबीएसई अतिरिक्त समय के साथ एक अलग कक्ष उपलब्ध कराएगा। यहां निगरानी के लिए एक अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। वहीं दूसरी ओर दिव्यांग या विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थी प्रश्न पत्र हल करने के लिए कम्प्यूटर या लैपटॉप का प्रयोग कर सकेंगे। सीबीएसई के अनुसार कम्प्यूटर या लैपटॉप का प्रयोग ऐसे विद्यार्थी उत्तर लिखने, प्रश्नों को देखने के लिए बड़ा करने के लिए कर सकते हैं। इन कम्प्यूटरों में इंटरनेट कनेक्शन का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा। इन्हें प्रयोग से पहले फॉरमेट किया जाएगा। सीबीएसई ने इस बार दसवीं बोर्ड परीक्षा के पास होने के मानदंड में अहम बदलाव किया है। इसके तहत आंतरिक व बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन को मिलाकर 33 फीसद अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी भी पास हो जाएंगे। बोर्ड के अनुसार दसवीं में पास होने के मानक में यह बदलाव केवल इसी सत्र इम्तिहान के लिए किया गया है।

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