जीवनशैली

सूर्य रेखा/यह रेखा बताती है जीवन में आपको मान सम्मान और घन मिलेगा या नहीं

हस्तरेखा ज्योतिष में लोगों की हाथों की बनावट व हथेली पर बनने वाली रेखाओं को देखकर व्यक्ति के भविष्य के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें पता की जा सकती हैं। शिवपुरी के ज्योतिषाचार्य पं. राम कृष्ण शर्मा के अनुसार लोगों को हाथों में मौजूद सूर्य रेखा को देखकर भी कई ऐसी बातों को पता सकता है जो आपके जीवन को प्रभावित करती हैं। इस रेखा जीवन में पैसों की स्थिति और मान सम्मान की ओर इशारा करती है। यदि किसी व्यक्ति के हाथों में ये रेखा साफ और और कहीं से भी टूटी नहीं होती है तो उसे जीवनभर खूब धन धौलत मिलती है। हथेली में सूर्य रेखा का होना शुभ माना जाता है। जिस व्यक्ति के हाथ में यह रेखा दोष रहित हो, वह जीवन में बहुत मान-सम्मान और पैसा कमाता है। जिस व्यक्ति के हाथ में ये रेखा न हो उसे समाज में मान-सम्मान बड़ी कठिनाइयों से प्राप्त होता है, जीवन में आर्थिक तंगी भी बनी रहती है। इस रेखा का ज्यादा लंबा होना आपके सुखी जीवन की ओर इशारा करता है। इस रेखा पर स्वस्तिक का निशान होना बहुत शुभ माना गया है ऐसे व्यक्ति को जीवन में सुखों की कमी नहीं होती। ये रेखा लंबी और साफ हो, लेकिन इस पर अंडाकार चिन्ह हो तो इसका अशुभ माना गया है। इस रेखा को अन्य रेखा काटती हो तो सम्मान और पैसों में कमी आती है। अगर सूर्य रेखा किसी तरंग के आकार जैसी हो तो यह शुभ नहीं होती। इससे व्यक्ति का मन भटकता है और ऐसा व्यक्ति कभी एक चीज पर टिकर नहीं रह पाता। अगर यह भाग्य रेखा से अनामिका की ओर बढ़े तो जातक को यश की प्राप्ति होती है। सूर्य रेखा पर गुणा जैसा निशान हो तो यह जातक को दुख देती है। यह मनोबल कमजोर होने का भी प्रतीक माना गया है। यदि हाथ में दो समांतर सूर्य रेखाएं हों तो ये ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत शुभ माना गया हैं। इससे जातक धन, मान-सम्मान और प्रसिद्धि प्राप्त करता है। यदि सूर्य पर्वत से इस रेखा की एक शाखा मध्यमा (सबसे बड़ी उंगली) की ओर तथा एक शाखा सबसे छोटी उंगली की ओर जाए तो ऐसे जातक दिमाग वाला होता है। ऐसे लोग बहुत अच्छे वक्ता होते हैं। कई लोगों के हाथों में सूर्य रेखा नहीं होती। वे भी सफल हो सकते हैं लेकिन उन्हें अधिक परिश्रम करना होता है। इस स्थिति में उनका भाग्य अन्य रेखाओं के आधर पर देखा जा सकता है। सूर्य रेखा रिंग फिंगर के नीचे वाले हिस्से पर होती है। ये भाग सूर्य पर्वत कहलाता है। यहां खड़ी रेखा हो तो वह सूर्य रेखा कहलाती है। यह रेखा सूर्य पर्वत से हथेली के निचले हिस्से ह्दय रेखा की ओर जाती है।

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