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स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ ने पहली बार लिया अंतरराष्ट्रीय एयर शो में भाग

दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ tejas-fighter-jet_650x400_61452790984 (1)मनामा: भारत के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने शनिवार को पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय एयर शो में हिस्सा लिया। बहरीन की राजधानी में आयोजित समारोह में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी शिरकत की।

भारत-अरब लीग सहयोग फोरम की रविवार को आयोजित होने वाली पहली मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए दो-दिवसीय दौरे पर आईं स्वराज बहरीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद एयर शो के लिए रवाना हो गईं।

साखिर हवाई अड्डे पर आयोजित बहरीन अंतरराष्ट्रीय एयर शो के इतर सुषमा ने बहरीन के शाह हामिद बिन इसा अल खलीफा से मुलाकात की। उन्होंने किंग के साथ भारतीय वायुसेना के सारंग हेलीकॉप्टर दल के भी करतब देखे।

ध्रुव हेलीकॉप्टर ने सारंग टीम के साथ अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया, जिसके बाद तेजस ने पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय एयर शो में उड़ान भरी। एयर शो में सुषमा भारतीय पैवेलियन में भी गईं जहां वैज्ञानिकों ने मंत्री को तेजस के बारे में जानकारी दी।

तेजस की उड़ान को यहां मौजूद अधिकारियों ने ‘ऐतिहासिक घटना’ करार दिया, क्योंकि देश इसके निर्यात की संभावनाएं तलाश रहा है। तेजस एक सीट वाला एक जेट इंजन वाला विमान है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने विकसित किया है। यह हल्का लड़ाकू विमान कई तरह की भूमिका निभा सकता है, जिसकी वहां मौजूद दर्शकों ने खूब प्रशंसा की।

तेजस का निर्माण पिछले तीन दशक से हो रहा था और यह 4.5 पीढ़ी का विमान है जिसमें सभी ऊंचाईयों पर पराध्वनिक क्षमता है। भारत के पुराने हो रहे मिग 21 लड़ाकू विमानों का स्थान लेने के लिए 1980 के दशक में शुरू किए गए हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) कार्यक्रम के तहत इसका निर्माण हुआ है। बाद में एलसीए का आधिकारिक नाम तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘तेजस’ कर दिया था।

तेजस विमान को 17 जनवरी 2015 को पहली बार आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया। वायुसेना 120 तेजस विमानों को अपने बेड़े में शामिल करने की इच्छुक है जिनमें 100 में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। यह बेहतर रडार, नया इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट, ईंधन भरने की क्षमता और उन्नत मिसाइल से लैस होगा।

 

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