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हरियाणा में भी बड़े नोट बंद होने पर अफरातफरी, हिसार सहित कई जगह विवाद

500 और 1000 के नोट बंद होने पर हरियाणा मं भी बाजारों में अफरातफरी का माहौल है। उपभोक्‍ताओं और ग्राहकों में कहासुनी हो रही है। फतेहाबाद व हिसार में दो पेट्राेल पंपों पर मारपीट हो गई।09_11_2016-09hrnote3harnn

जेएनएन, चंडीगढ़। सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोट बंद किए जाने के बाद हरियाणा में बुधवार को लोगों काे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बाजारों और पेट्रोल पंपों पर 500 और 1000 के नोट नहीं लिए जाने से ग्राहकों और दुकानदारों में कहासुनी हो रही है। कई जगह नौबत मारपीट तक पहुंच गई। बैंक और एटीएम बंद होने से लोग भटकने को मजबूर हो रहे हैं। बसों में यात्रा करने वाले लाेगों काे भी दिक्कत हो रही है। बसों में कंडक्टर 500 और 1000 रुपये के नाेट नहीं ले रहे हैं। इससे यात्रियों के साथ उनकी तू-तू मैं- मैं हो रही है।

दूसरी ओर, हरियाणा सरकार ने बिजली बिल जमा कराने में लोगों काे हो री दिक्कत को देखतेु हुए इसकी इसकी अंतिम तिथि बढ़ा दी है। आज इसकी अंतिम तारीख थी। नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।

बुधवार सुबह से ही लोगों को बेहद दिक्कत हाे रही है। लोग बाजारों में खरीदारी करने गए तो दुकानदारों ने 500 और 1000 रुपये के नोट लेने से साफ मना कर दिया। इससे ग्राहकों और दुकानदारों के बीच कहासुनी भी हो रही है। सब्जी विक्रेताओं ने भी ये नोट लेने से इन्कार कर दिया और हाथ जोड़ लिये। एटीएम बंद हाेने से लोगों को छोटे नोट नहीं मिल पा रहे हैं।

फतेहाबाद के एक पेट्रोल पंप पर विवाद के बाद लोगों को शांत करती पुलिस।

इस हालत के कारण बाजारों में कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। कई शहरों से छोटे और मध्यम दुकानदारों व किराना दुकानदारों के अपनी दुकानें बंद करने की सूचना भी मिल रही है। टोल प्लाजा पर भी 500 और 1000 रुपये के नोट स्वीकार नहीं किए जाने से वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है। इस वजह से वाहन चालकों और टोल प्लाजा के कर्मचारियों के बीच कहासुनी हो रही है।

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मंगलवार रात की तरह बुधवार सुबह भी वाहन चालकों की पेट्रोल पंपों पर भीड़ लग गई। लोग तेल भरवाने के बाद 500 और 1000 रुपये के नोट देते थे तो उसे लेने से इन्कार कर दिया जाता था। इस पर विवाद हाे रहा है आैर लोग परेशान हाे रहे हैं।

बहादुरगढ़ में कंडक्टर द्वारा 1000 के नोट लेने से इन्कार कर देने पर नोट दिखाती महिला यात्री।

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राज्य के हिसार, पानीपत, भिवानी,फतेहाबाद, झज्जर सहित सभी जगहाें पर बाजारों में अफरातफरी का माहौल है। शहरों और कस्बों में किराना और अन्य दुकानों पर जरूरत का सामान खरीदने आए लोगों को इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों को बिना सामान खरीदे ही वापस आना पड़ रहा है। यात्रा पर निकल लाेगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बसों में टिकट के लिए 500 और 1000 रुपये के नोट स्वीकार नहीं किए जाने से यात्रियों और कंडक्टरों के बीच कहासुनी हाेती दिखी।

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हिसार, भिवानी, फतेहाबाद और झज्जर में पेट्रोल पंपों पर 500 और 1000 रुपये नहीं लेने पर विवाद हो गया। भिवानी में कुछ पेट्रोल पंपो पर 500 के नोट इस शर्त पर लिए जा रहे थे कि पूरे पैसे से पेट्रोल डलवाने होंगे, खुले पैसे नहीं दिए जाएंगे।

सभी शहरों में बाजारों में अफरा-तफ़री की स्थिति है। घरों से वेंडर एलपीजी सिलेंडर 500 और 1000 के नोट देने पर बिना डिलीवरी दिए वापस लौट रहे हैं परचून, डेयरी और सब्जी की दुकानों पर भी नोट नहीं लिए जा रहे हैं। खुले पैसे न होने से टोल प्लाज़ा पर लंबे-लंबे जाम, कई स्थानों पर टोल फ़्री किया गया है।

झज्जर में बड़े नोट लेकर बिजली बिल जमा कराने आई एक महिला।

सिरसा में डाकघर पैसे बदलने की सुविधा भी शुरू नहीं कर पाया। अधिकारियों का कहना था कि अभी इस बारे में कोई निर्देश नहीं आया है। बिजली घर में भी 500 व 1000 के नोट लेने से मना किए जाने से उपभोक्ता परेशान हैं। इस वजह से कई जगहों पर हंगामा हुआ है। बिल जमा कराने की अंतिम तिथि होने से लोग चेक से भुगतान कर रहे हैं।

फतेहाबाद में पेट्रोल पंप पर खुले पैसों को लेकर हंगामा हाे गया और नाैबत मारपीट तक पहुंच गई। इसके बाद पुलिस पहुंची। हिसार में भी एक पेट्रोल पंप पर विवाद हो गया। 500 और 1000 के नोट नहीं लेने पर छात्रों और पेट्रोल पंप कर्मचारियों में मारपीट हाे गई। इसके बाद गुस्साए युवकों ने वहां तोड़फोड़ कर दी।

बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों काे भी परेशानी का सामना करना पड़ा। खरखौदा से बहादुरगढ़ आ रही एक बस में महिला सवारी के पास खुले पैसे नहीं थे। कंडक्टर ने 500 रूपये तो ले लिए और टिकट भी दे दी। लेकिन, खुले पैसे न होने की वजह से डिपो में बाकि पैसे वापस देने की बात कही। इस तरह अन्य यात्रियों के साथ भी हुआ। कंडक्टर ने टिकट के पीछे बकाया राशि लिख दी। कंडक्टर ने सवारियों से कहा कि वे डिपाे में कैशियर को टिकट दिखाकर बकाया राशि लें। दूसरी अन्य बसों में बड़े नोट नहीं लिए जाने पर यात्रियों और कंडक्टरों में कहासुनी जारी रही।

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दूसरी ओर, इस हालत का कुछ लोग फाया उठाने की कोशिश कर रहे हैं। कई जगह पर ऐसे तत्वों द्वारा 500 नोट 450 से 400 और 1000 के नोट800 से 900 रुपये में स्वीकार किए जाने की जानकारी भी मिल रही है।

 

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