केरल के त्रिशूर में एक दंपति ने महज इस बात के लिए अपने दो दिन के नवजात को लावारिस छोड़ दिया, ताकि उन्हें ज्यादा बच्चे पैदा करने को लेकर समाज में शर्मिंदगी न उठानी पड़े. आरोपी पिता एदापल्ली के सेंट जॉर्ज फोराने चर्च में नवजात को लावारिस छोड़कर चला गया. लेकिन वह इस बात से बिल्कुल अनजान था कि उसकी हरकत वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है.
बच्चे को लावारिस छोड़ने के अपराध में पुलिस ने दंपति को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि दोनों वडक्कनचेरी के रहने वाले हैं और लावारिस छोड़ा गया बच्चा उनकी चौथी संतान है.
दो दिन पहले ही आरोपी पिता 32 वर्षीय बिट्टू की पत्नी ने त्रिशूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बच्चे को जन्म दिया था. बच्चे को त्यागने का फैसला माता-पिता दोनों ने मिलकर ही लिया था.
पूछताछ के दौरान आरोपी पिता ने बताया कि जब उसकी पत्नी चौथी बार गर्भवती हुई तो उसके दोस्तों-रिश्तेदारों ने बार-बार बच्चे पैदा करने को लेकर उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया. इसलिए समाज में शर्मिंदगी से बचने के लिए दोनों ने मिलकर बच्चे से निजात पाने का फैसला किया.
हालांकि दंपति शर्मिंदगी से बच नहीं सका. स्थानीय टीवी चैनलों द्वारा सीसीटीवी फुटेज प्रसारित करने के बाद और सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद समाज में उनकी कहीं ज्यादा बदनामी हो रही है.
पुलिस दूसरे एंगल से भी मामले की जांच में लगी हुई है. माता-पिता के खिलाफ आईपीसी की धारा 317 और जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट की धारा 75 के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया कि चर्च में तैनात सिक्योरिटी गार्ड की नजर देर शाम करीब 8.30 बजे बच्चे पर पड़ी. उसने तुरंत पुलिस को इसकी इत्तला दी.
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि आरोपी पिता नारंगी रंग के कपड़े में लिपटे बच्चे को लेकर चर्च के अंदर दाखिल होता है और नवजात को वहां लावारिस छोड़ने से पहले आखिरी बार चूमता है. पुलिस ने बताया कि नवजात को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है.