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26 जून, स्मृति शेष: मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर निर्देशक यश जौहर की पुण्यतिथि

मुंबई: भारतीय सिनेमा के मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर यश जौहर का जन्म पाकिस्तान के लाहौर में 6 सितंबर 1929 को हुआ था। जब 1947 में भारत पाकिस्तान का विभाजन हुआ तब उनका परिवार दिल्ली आ गया। इसके बाद यश जौहर के पिता ने पैसे कमाने के लिए ‘नानकिंग स्वीट्स’ नामक मिठाई की दुकान खोली। 9 भाई-बहनों में सबसे अधिक पढ़े-लिखे होने की वजह से यश जौहर को दुकान के हिसाब किताब में अपने पिता का हाथ बटाना पड़ता था। हालांकि यह बात उनकी मां को बिल्कुल पसंद नहीं थी। उन्होंने एक दिन यश जौहर को कहा कि ‘ तुम हलवाई की दुकान पर बैठने के लिए नहीं बने हो’।

यश जौहर की मां ने उनका साथ दिया और कहा कि ‘तुम मुंबई चले जाओ मिठाई की दुकान संभालने के लिए तुम बने भी नहीं हो।’ मां ने यश को मुंबई भेजने के लिए घर से गहने और पैसे गायब कर दिए। इसका शक सिक्योरिटी वाले पर गया और उसकी पिटाई भी हुई। जबकि यश की मां बेटे के लिए पैसे का जुगाड़ कर रही थीं जिससे वो मुंबई जा सकें।

यश जौहर मुंबई पहुंचे तो शुरुआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। वो यहां टाइम्स ऑफ इंडिया न्यूज पेपर में फोटोग्राफर बनने की कोशिश कर रहे थे। उन दिनों निर्देशक के. आसिफ ‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग कर रहे थे। मधुबाला के बारे में कहा जाता था कि वो किसी को अपनी तस्वीर खींचने नहीं देती थीं। यश जौहर उस दौर में भी अंग्रेजी बोल लेते थे। यश जौहर ने मधुबाला से अंग्रेजी में बात की और इससे इम्प्रेस होकर उन्होंने तस्वीर लेने की इजाजत दे दी।

स्क्रिप्ट राइटिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाले यश जौहर ने ‘मुझे जीने दो’, ‘गाइड’, ‘दोस्ताना’ और ‘कुछ कुछ होता है’ जैसी कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। दरअसल, यश जौहर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 1952 में सुलीन दत्त के प्रोडक्शन हाउस से की थी। यहां बतौर सहयोगी कुछ समय तक काम करने के बाद यश जौहर ने देवानंद की कई फिल्मों में प्रोडक्शन का काम संभाला।

24 सालों तक दूसरों के प्रोडक्शन हाउस में काम करने के बाद आखिरकार साल 1976 में यश जौहर ने धर्मा प्रोडक्शन नाम से अपना प्रोडक्शन हाउस खोला। अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म ‘ दोस्ताना ‘ धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनने वाली पहली फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘अग्निपथ’ जैसे कई बेहतरीन फिल्में दी। हालांकि कुछ समय बाद ही यश जौहर को कैंसर हो गया और उन्होंने 74 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।

दिग्गज फिल्म निर्माता यश जौहर ने कई ब्लॉकबस्टर का निर्माण किया, जिनमें ‘कल हो ना हो’ (2003), ‘कभी खुशी कभी गम’ (2001) और ‘कुछ कुछ होता है’ (1998) शामिल हैं। उन्होंने कुछ बेहतरीन हॉलीवुड फिल्में भी बनाई हैं। उनमें से कुछ ‘द जंगल बुक’ (1994), लास्ट डांस (1996) और आर्मगेडन (1998) हैं। जौहर ने फिल्म उद्योग कल्याण ट्रस्ट के महासचिव, यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स फोरम के सदस्य, फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया लिमिटेड की प्रबंध समिति के सदस्य और एसोसिएशन ऑफ मोशन पिक्चर्स और टीवी प्रोग्राम प्रोड्यूसर्स के कोषाध्यक्ष सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।

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