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40 की उम्र में बनीं ‘संजू’ की मां, कभी संजय संग करती थीं नैन मटका…

राजकुमार हिरानी के निर्देशन में संजय दत्त की बायोपिक बनकर तैयार है. ये फिल्म अगले हफ्ते 29 जून को रिलीज हो रही है. फिल्म में रणबीर कपूर, संजय दत्त की भूमिका निभा रहे हैं. जबकि संजय की मां यानी नरगिस दत्त की भूमिका जानी मानी एक्ट्रेस मनीषा कोइराला निभा रही हैं. ये इत्तेफाक माना जाएगा कि मनीषा ने संजय दत्त की हिरोइन के रूप में कई फिल्मों में रोमांस किया और अब संजय दत्त के जीवन पर बन रही फिल्म में उनके मां की भूमिका निभा रही हैं. संजू की रिलीज से पहले मनीषा ने आजतक से ख़ास बातचीत की. उन्होंने कहा- “40 साल की उम्र में भी मुझे फिल्मों में काम मिल रहा है ये बड़ी बात है.” इंटरव्यू में मनीषा ने बताया कि कैसे उन्होंने नरगिस के रोल के लिए तैयारी की. आइए जानते हैं मनीषा ने क्या-क्या बताया…

मनीषा ने एक सवाल के जवाब में बताया कि वो कभी नरगिस से नहीं मिल पाई. उन्होंने कहा, “सुनील दत्त साहब ने मेरी फिल्म बॉम्बे देखी थी. उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें नरगिस जी की याद दिला दी. मुझे यह सुनकर बहुत ही अच्छा लगा. अब इतने साल के बाद मैं उनका (नरगिस) किरदार निभा रही हूं, ये बस एक संयोग है. फिल्म में कई बातें पर्सनल लाइफ से जुडी हैं. मुझे प्रिया दत्त (संजय की बहन) ने एक किताब भी गिफ्ट की थी. नरगिस जी कैसी इंसान थी, उनके बारे में जानने को मिला. वैसे यह पूरी फिल्म संजय दत्त के जीवन पर आधारित है. इसलिए कहानी उनपर ही फोकस्ड है.

मनीषा ने कहा, “जब मैं इस फिल्म के लिए काम कर रही थी, उस वक्त सिर्फ मैं राजकुमार हिरानी से बातचीत कर रही थी. बाद में जब मैं संजय दत्त के साथ ‘प्रस्थानम’ में काम कर रही थी तो फिल्म का पोस्टर देख कर संजय ने काफी तारीफ की. मुझे अच्छा लगा.” इस सवाल पर कि आपने नरगिस के रोल के लिए क्यों हां किया? मनीषा ने बताया, “मैं उस वक्त नर्वस थी. नरगिस जी और मुझे, हम दोनों को हेल्थ की समस्या थी. मुझे लगा कि मैं कर पाउंगी या नहीं. मैंने हिरानी सर से कहा भी. लेकिन उन्होंने बताया कि कहानी में सबकुछ अलग है.”

नरगिस, संजय दत्त के बहुत सारे टेप्स रिकॉर्ड करती थी, इसे लेकर मनीषा ने बताया, “वो सीन संजू में हैं. मैं ज्यादा नहीं बता पाउंगी. लेकिन उनका जिक्र फिल्म में हैं. मुझे ओरिजिनल टेप्स नहीं सुनाये गए थे. फिल्म में वो सीन काफी अच्छा बना है.” जब मनीषा से यह पूछा गया कि क्या आप अपने करियर से संतुष्ट हैं? उन्होंने कहा, “मैं खुशनसीब हूं कि 20 की उम्र में मुझे फिल्मों में बहुत काम मिला, और अब 40 की उम्र में भी काम मिल रहा है. मैं काफी खुश हूं.”

मनीषा काफी लंबे वक्त से बॉलीवुड का हिस्सा हैं. पहले और अब के अंतर को लेकर उन्होंने कहा, “डायरेक्टर्स की स्टाइल अलग है. आजकल अलग तरह के सिनेमा बनाए जा रहे हैं. उस वक्त इतने प्रयोग नहीं किए जाते थे. आजकल फिल्म बनाने की विधाएं भी बदल गई हैं. आजकल प्रोफेशनलिज्म भी काफी है.”

टाइपकास्ट होने के डर को लेकर मनीषा ने बताया, “जी मुझे डर है. लेकिन मेरा मानना है कि उम्र के हिसाब से काम करना चाहिए. ये स्वास्थ्य के हिसाब से सही नहीं है. अपनी उम्र का सम्मान करना चाहिए. इस उम्र में अगर मुझे अलग-अलग तरह के रोल मिले तो सही है. सिर्फ मां का रोल मिलता जाएगा. तो मैं काम नहीं करूंगी.” अच्छा दिखने के प्रेशर को लेकर मनीषा ने कहा, “देखिए हमारी फ़िल्मी दुनिया में खूबसूरत दिखना बहुत अहम हो जाता है. फैशन इंडस्ट्री में तो सिर्फ यंग लोग दिखते हैं. मुझे लगता है नेचुरल प्रोसेस को कोई स्वीकार नहीं करता. उम्र बढ़ना सच्ची प्रक्रिया है. स्वस्थ और फिट रहना जरूरी है.”

रणबीर कपूर और संजय दत्त से पहली मुलाक़ात को लेकर मनीषा ने बताया, “बाबा (संजय दत्त) के साथ शायद यलगार फिल्म के दौरान पहली मुलाक़ात हुई थी. जब मैं बड़ी हो रही थी तो मैं संजय दत्त की बहुत बड़ी फैन थी. मेरे घर में फ़िल्मी पोस्टर लगाने की अनुमति नहीं थी तो मैं बिना किसी को बताए अपनी आलमारी में पीछे संजय दत्त के पोस्टर लगाती थी. उन दिनों टीनाजी (टीना मुनीम) उनकी गर्लफ्रेंड थीं तो मैं उन दोनों की फोटो रखती थी. ये मैंने संजय दत्त को भी बताया था. वो हसने लगे. संजय एक साथी कलाकार के रूप में बहुत ही दिलदार इंसान हैं. वो कई लोगों के साथ प्रैंक करते रहते थे. रणबीर के बारे में ज्यादा नहीं पता था, लेकिन जब राजकुमार सर ने मुझे रणबीर की फोटो दिखाई तो मुझे उनमें और संजय दत्त में कोई भी अंतर नजर नहीं आया. ऋषि कपूर और रणबीर कपूर में कौन बेहतर है इस सवाल पर मनीषा ने कहा, “ऋषि जी एक बेहतरीन एक्टर हैं. वो बहुत ही उम्दा हैं, लेकिन मेरे लिए रणबीर कपूर सर्वोत्तम हैं, मैंने उनके जैसा एक्टर नहीं देखा. बहुत जबरदस्त एक्टर हैं वो.”

करियर में अपने डायरेक्टर्स से क्या सीखा, इस सवाल पर मनीषा ने कहा, “मुझे मणिरत्नम सर के साथ काम करना पसंद है. उनका डायरेक्शन एक कविता की तरह लगता है. मैं मंसूर खान के साथ काम कर चुकी हूं. खुद को लकी मानती हूं. संजय लीला भंसाली के साथ काम किया.” मनीषा ने बताया, “जब मैं विधु विनोद चोपड़ा के साथ काम कर रही थी तो उन्होंने मुझे कहा कि मैं एक बकवास एक्ट्रेस हूं. मुझे उस वक्त अजीब लगा. लेकिन जब मैंने मेहनत की और बढ़िया सीन तैयार करके गई और जब शॉट दिया तो विधु सर ने कहा कि मनीषा अगर कल तुम जीरो थी तो आज 100 प्रतिशत हो. उनसे मैंने एक्टिंग सीखी है. उन्होंने मुझे हार्ड वर्क करने की वैल्यू सिखाई. मैं कई लोगों से सीखी हूं. राजकुमार हिरानी की फिल्मों से बहुत कुछ सीखा है.”

अपनी लाइफ पर फिल्म बनाने के सवाल पर मनीषा ने कहा, “पता नहीं. संजय दत्त बहुत ही ईमानदार इंसान हैं. उन्होंने खुद के बारे में सबकुछ कहा है. मैं अपने बारे में लिख रही हूं. किताब का नाम ‘हील्ड’ है. अभी लिख रही हूं. आगे देखिये क्या होता है.” निजी लाइफ को लेकर मनीषा ने बताया, “अभी मैं एक्टिंग कर रही हूं. एन्जॉय कर रही हूं. फिर मैं पहाड़ों और जंगलों में चली जाती हूं. वहां मस्त रहती हूं.” अपनी आने वाली फिल्म ‘प्रस्थानम’ को लेकर मनीषा ने कहा, “एक शेड्यूल पूरा हुआ है. अभी टीम लखनऊ में शूट कर रही है. ये रीमेक फिल्म है. काम करते हुए बढ़िया लग रहा है. पुरुष प्रधान फिल्म है. परिवार के साथ साथ राजनीतिक दृष्टिकोण भी है इसमें.”

इरफ़ान खान को लेकर मनीषा ने कहा, “मैंने उनका नया पोस्ट पढ़ा. मैंने उनकी पत्नी को एसएमएस भी किया कि वो ठीक तो हैं, कोई दिक्कत तो नहीं है. क्योंकि ऐसे समय में परिवार भी घबराया हुआ रहता है. उन्होंने बताया कि सब ठीक है. मैंने भी ऐसा ही सबकुछ देखा है. इरफ़ान ने बहुत अच्छे से लिखा है कि मैं एक दौर में भाग रहा था. ड्रीम को चेस कर रहा था. तभी कोई आया और बोला कि रुको. आराम करो. जीवन ऐसा ही है, उसके लिए आप कभी भी तैयार नहीं रहते. इसीलिए इस पल को खुल के जीना चाहिए.”

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