लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की मुलाक़ात योगी से हुई। मुलाकात सीएम योगी के सरकारी आवास पर हुई। 30 मिनट की इस मुलाकात में पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी आवास को खाली कर वाने वाले सर्वोच्च अदालत के फैसले पर चर्चा हुई। मुलायम सिंह यादव ने योगी आदित्यनाथ से इस मामले में दूसरा रास्ता निकालने का आग्रह किया है। दरअसल, 7 को सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित बंगलों को अवैध करार देते हुए खाली करने का आदेश दिया था। इस फैसले के बाद राज्य सरकार कोर्ट के आदेश का अनुपालन करते हुए सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने का नोटिस जारी करने वाली है, इसकी प्रक्रिया जारी है। मुलायम ने मुख्यमंत्री से उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करने को कहा है, साथ ही बंगले को बचाने के लिए उपाय भी ढूढ़ने का आग्रह किया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुलायम सिंह यादव, बेटे अखिलेश यादव, सरएनडी तिवारी, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और मायावती को आवास खाली करने पड़ेंगे। उत्तर प्रदेश में 1980 से पूर्व मुख्यमंत्रियों को ताउम्र आवास आवंटित किए जा रहे हैं। मुलाक़ात के दौरान अपना और बेटे अखिलेश के सरकारी बंगले को बचाने के लिए मुलायम ने सीएम योगी को एक फ़ॉर्मूला भी दिया है, जिसके मुताबिक मुख्यमंत्री विधानसभा और विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष के नाम दोनों बंगले आवंटित किए जाएं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नाम बंगला आवंटित होने से दोनों के आवास बच सकते हैं, हालांकि अभी यह नहीं पता चला है कि मुलायम के इस प्रस्ताव पर सीएम योगी ने क्या कहा।