विश्व का सबसे बड़ा भर्ती आंदोलन… भारतीय रेलवे में 1.2 लाख पदों पर भर्तियां
भारतीय रेलवे ‘विश्व का सबसे बड़ा भर्ती आंदोलन’ करने जा रहा है। आपको बता दें कि 1.2 लाख भर्तियों के लिए भारतीय रेलवे में पुरे देश से करीब 2.37 करोड़ उम्मीदवार भर्ती की परीक्षा से होकर गुजरेंगे। लगभग दो सालों में दूसरी बार राष्ट्रीय परिवाहक ने इतनी बड़ी संख्या में लोको पायलट, गैंगमैन, ट्रैकमैन और तकनीशियन के लिए भर्तियां निकाली हैं। इन पदों पर भर्तियों के लिए अधिकतम आयु और शैक्षिक योग्यता में कुछ बदलाव किये गए हैं।
पहले ग्रुप डी के लिए अधिकतम आयु 31 वर्ष और लोको पायलट और तकनीशियन के लिए अधिकतम आयु 28 आयु वर्ष थी, जिसे अब 2 वर्ष अधिक बढ़ा दिया गया है। रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने इन बदलावों की घोषणा पिछले वर्ष ही कर दी थी, जिसमें अब आईटीआई डिग्री को अनिवार्य कर दिया गया है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी के अनुसार, मौजूदा रिक्त पदों पर भर्तियां करना आवश्यक है। भारतीय रेलवे में सेवाओं की विविधता बढ़ी है और संभालने का दबाव भी बढ़ा है..इस प्रकार इतनी बड़ी संख्या में भर्तियां करना एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में रेलवे ने इन भर्तियों पर गंभीरता से गौर किया है कि रिक्त पदों को कैसे भरा जाये और कितनी भर्तियां की जाएं।
बता दें की, भारतीय रेलवे का भर्ती आंदोलन विश्व में रिकॉर्ड बना सकता है। इसके लिए हर वर्ष चार हजार करोड़ रुपये स्टाफ की वेतन लागत आएगी और भर्ती प्रक्रिया में कुल 800 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। 7वें केंद्रीय वेतन कमीशन के बाद इस वित्तीय वर्ष भारतीय रेलवे के स्टाफ का खर्च 76000 करोड़ रुपये था।
हालांकि रेलवे अपना 100 प्रतिशत संचालन अनुपात रखने में संघर्ष कर रहा है जिस कारण स्टाफ का वेतन भी राज्य आय से दिया जाता है। प्रति वर्ष रेलवे में 45000 व्यक्ति रिटायर होते हैं।
आखिरी बार 2017 में रेलवे द्वारा भर्तियां निकाली गयी थीं जो विश्व की सबसे अधिक की जाने वाली भर्तियों में से एक थीं। 18,252 असिस्टेंट स्टेशन मास्टर की भर्तियों के लिए 92 लाख आवेदन किये गए थे।
आपको बता दें कि इस बार 116 शहरों में 440 परीक्षा केंद्र होंगे, जिनमें करीब पांच लाख लोग हर परीक्षा में कंप्यूटर टेस्ट देंगे।
ग्रुप डी में चल रहा चरण दिसंबर तक जारी रहेगा, जिसमें 62907 पदों के लिए 1.9 करोड़ लोगों ने आवेदन किया है।