पणजी: पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने यहां सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने भले ही बंगाल चुनाव में कड़ी लड़ाई जीती हो, जिसका अंत भारतीय जनता पार्टी की हार के साथ हुआ, लेकिन भाजपा से मुकाबला करने का उनका नजरिया संकीर्ण है।
चिदंबरम गोवा में 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। वह पिछले हफ्ते ममता बनर्जी द्वारा की गई टिप्पणी के बारे में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। ममता ने कहा था कि गठबंधन करने के बारे में कांग्रेस का अनिर्णय क्षेत्रीय दलों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को और अधिक शक्तिशाली बना रहा है। चिदंबरम ने पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं इस बात पर विवाद नहीं कर रहा कि ममता ने बंगाल में कड़ी लड़ाई लड़ी और जीतीं, लेकिन पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, असम में नरेंद्र मोदी से कौन लड़ रहा है? यही कांग्रेस, मगर वह इसे बंगाल के लेंस से देख रही हैं।
उन्होंने कहा, लेकिन अगर आप पूरे भारत को देखें, जो पार्टी नरेंद्र मोदी के खिलाफ सबसे आगे है, लड़ रही है, ट्वीट कर रही है, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है, आंदोलन कर रही है तो कांग्रेस ही। ममता ने पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, मोदीजी कांग्रेस के कारण इतने शक्तिशाली होने जा रहे हैं। अगर कोई (गठबंधन पर) निर्णय नहीं ले सकता है तो देश को उसके लिए क्यों भुगतना चाहिए? उन्हें पर्याप्त अवसर मिले हैं। भाजपा के बजाय उन्होंने मेरे राज्य में मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा।
चिदंबरम और ममता बनर्जी के बीच आगे और पीछे ऐसे समय में आया है, जब दोनों पार्टियां, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस, 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले गोवा में प्रचार कर रही हैं।