शयनकक्ष में जूठे बर्तन रखने से आती है कंगाली
सभी मनुष्य सुखी-समृद्ध जीवन जीना चाहते हैं लेकिन किसी कारण वश उनके भवन में अनेक प्रकार के वास्तुदोष उत्पन्न हो जाते हैं, इसी कारण प्रायः घर का कोई न कोई सदस्य बीमार बना रहता है ।घर में बरकत नहीं होती है,व्यापार या व्यवसाय में हानि होती है,नौकरी छूट जाती है या घर में नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है अथवा धन संचय नहीं हो पाता। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो इन उपायों को अपनाकर आप वास्तुदोष का निवारण कर सकते हैं।
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- शयन कक्ष में झूठे बर्तन आदि रखने से जीवनसाथी बीमार रहता है और धन का अभाव हो जाता है।
- बीमार व्यक्ति को आग्नेय कोण में न लिटाएं।इससे वह जल्दी स्वस्थ्य नहीं होता। कुछ समय के लिए ईशान कोण में लिटाएं।
-सीढ़ियों के नीचे बैठकर लिखने -पढ़ने का कार्य करने से व्यापार,आदि में धन हानि और गृह क्लेश होता है।-सीढ़ियों के नीचे प्रसाधन कक्ष बनवाने से परिवार के सदस्य अपच,बवासीर और अम्लपित्त के रोगी हो जाते हैं।
-दक्षिण दिशा में भूतल का निर्माण कराने से परिवार का कोई सदस्य अनैतिक कार्य करने लगता है।वही नैऋत्य कोण में बेसमेंट बनवाने से घर में बरकत नहीं होती।
- शयन कक्ष में बैठकर शराब आदि का सेवन करने से व्यापार,स्वास्थ्य,धन की हानि होती है।
-ईशान कोण में गैराज बनवाने से नौकरी छूटने तथा पुत्र हानि का भय रहता है।
-यदि घर में मुख्य द्वार के ऊपर बाहर की ओर गणपति का चित्र लगा है तो धन संचय नहीं हो पायेगा,इसके लिए एक चित्र अंदर की ओर भी लगाएं।
-यदि दुकान के मुख्य द्वार में कोई वास्तु दोष होगा तो ग्राहकों की संख्या कम हो जाएगी,ऐसे में यमकीलक यंत्र स्थापित करें।
-यदि वास्तु दोष के कारण बुरे सपने एते हों तो तांबे के पात्र में गंगाजल भरकर सिरहाने रखकर सोएं।
-यदि वास्तुदोष के कारण कोई कष्ट हो तो तकिये के नीचे चन्दन की लकड़ी का टुकड़ा रखकर सोएं।
-यदि घर या दुकान में धन संचय नहीं हो रहा हो तो उसके मुख्य द्वार की चौखट के ऊपर प्राण प्रतिष्ठित श्री यंत्र बाँध दें।
-यदि दुकान में चोरी होने का भय हो तो दुकान के मुख्य द्वार की चौखट के पास पूजा करके मंगल यंत्र स्थापित करें।
-सोते समय पलंग के सामने दर्पण नहीं होना चाहिए,इससे मन-मस्तिष्क में बेचैनी बनी रहती है।
- दक्षिण भाग में खाली स्थान छोड़ने से अकारण लड़ाई,क्लेश तथा धन व्यय होता है।