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मप्र में जल जीवन मिशन में दिए गए 50 लाख एक हजार 772 नल कनेक्शन

भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन में विभिन्न कार्यों के संचालन की जानकारी निवास में समीक्षा बैठक में प्राप्त की। इस दौरान बताया गया कि मिशन में प्रदेश में पचास लाख से अधिक नल कनेक्शन हो गए हैं। वर्तमान में इनकी संख्या 50 लाख एक हजार 772 हो गई है। प्रदेश में दो वर्ष पहले मिशन में प्रगति 17 लाख 50 हजार नल कनेक्शन थी, जो सिर्फ दो वर्ष की अवधि में बढ़ते हुए 50 लाख से ज्यादा हो गई है। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री चौहान ने प्रसन्नता व्यक्त की और जल जीवन मिशन और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को बधाई दी। प्रदेश में गत 2 वर्ष में प्रधानमंत्री जी के संकल्प के अनुसार जल जीवन मिशन के कार्यों को निरंतर क्रियान्वित किया गया है। मध्यप्रदेश अनेक राज्यों से इस क्षेत्र में आगे है।

मध्यप्रदेश करेगा प्रधानमंत्री जी का संकल्प पूर्ण

मुख्यमंत्री चौहान ने जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के संकल्प को पूरा करने में मध्यप्रदेश सक्रिय है। मध्यप्रदेश आगे भी गतिशील रहेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घर-घर पीने का पानी पहुँचाने के लिए मिशन के प्रयास निरंतर चलेंगे। उन स्थानों तक मिशन पहुँचेगा जहाँ वर्तमान में आवास गृह से दूर जाकर पानी लाने का कार्य करना होता है। अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मलय श्रीवास्तव और प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास मनीष सिंह ने मुख्यमंत्री चौहान को मिठाई भी खिलाई।

मुख्यमंत्री बनते ही की थी चिंता व्यक्त, दो साल में हुआ है तेजी से कार्य

बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में अप्रैल 2020 से मिशन के कार्यों में गति आई है। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा दायित्व संभालते ही पहली बैठक में पेयजल प्रबंधों पर चिंता व्यक्त की गई थी। उस समय मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन में एक करोड़ 22 लाख 27 हजार परिवारों के लिए एफएचटीसी (फंक्शनल हाउस होल्ड टेप कनेक्शन) अर्थात घरेलू नल कनेक्शन के लक्ष्य में तेजी से आगे बढ़ने की चुनौती सामने थी। अप्रैल 2020 में 17 लाख 72 हजार परिवारों (14.49 प्रतिशत) को ही यह सुविधा मिली थी। वर्तमान में 50 लाख परिवारों तक यह सुविधा पहुँचाई जा चुकी है। कुल लक्ष्य का लगभग 40 प्रतिशत कार्य हो गया है। बीते दो वर्ष में 32 लाख से अधिक नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। मिशन में 2024 तक शत- प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने के लक्ष्य को प्रदेश में वर्ष 2023 तक प्राप्त कर लेने का प्रयास है।

बताया गया कि प्रदेश में 116 समूह जल प्रदाय योजनाओं का लाभ 26 हजार 834 जल अभाव ग्रस्त स्थानों को प्राप्त होगा। वर्तमान में 25 योजनाओं का संचालन हो रहा है। कुल 33 योजनाएँ प्रगतिरत हैं। प्रदेश में समूह जल प्रदाय योजनाओं के करीब तीन चौथाई कार्य पूरे हो चुके हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने लार्सन एंड टूब्रो को समूह जल प्रदाय योजनाओं की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कंपनी के पदाधिकारी सुब्रमण्यम से वर्चुअली चर्चा करते हुए कहा कि जिन स्थानों पर उन्हें कार्य के लिए दायित्व दिया गया है, वहाँ प्रगति अपेक्षानुसार नहीं है। जल प्रदाय योजनाओं के समय पर पूर्ण हो जाने से आमजन को पानी की कमी से होने वाले कष्ट समाप्त हो जाते हैं। यह राज्य सरकार की प्राथमिकता भी है। इसके अनुसार संचालित कार्यों को शीघ्र से शीघ्र पूर्ण करें। कम्पनी की ओर से जानकारी दी गई कि जल प्रदाय योजनाओं के कार्य में देर नहीं होगी। अमला बढ़ाकर और अन्य उपायों से योजनाओं के कार्य पूरे किए जाएंगे। विलंब के दोषी लोगों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जा रही है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और सचिव एम. सेलवेंद्रन भी उपस्थित थे।

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