थाईलैंड में एक बौद्ध मंदिर में छापेमारी, नशे में धुत्त मिले सभी पुजारी
बैंकाक: थाईलैंड में पुलिस और सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी ड्रग्स का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी और लोगों के बीच इसका सेवन हो रहा है. हाल ही में मध्य थाईलैंड के एक मंदिर में छापेमारी के दौरान वहां के पुजारी नशे में धुत पाए गए. एक स्थानीय अधिकारी ने समाचार एजेंसी ‘एएफपी’ को बताया कि सोमवार को छापेमारी के दौरान थाईलैंड के फेत्चबून प्रांत में एक बौद्ध मंदिर के सभी पुजारी methamphetamine ड्रग्स पॉजिटिव पाए गए. इनमें मुख्य पुजारी भी शामिल था.
पुजारी भेजे गए सुधार गृह
फेत्चबून प्रांत के Bung Sam Phan जिलाधिकारी बुनलर्ट थिनतापथई (Boonlert Thintapthai) ने बताया कि मध्य थाईलैंड के एक बौद्ध मंदिर को खाली करा दिया गया है क्योंकि उसके सभी पुजारी (भिक्षु) ड्रग्स टेस्ट में फेल हो गए हैं. अधिकारी ने बताया कि सभी पुजारी को ड्रग्स सुधार गृह भेज दिया गया है.
लोग नहीं कर पा रहे धार्मिक अनुष्ठान
इस घटना के बाद मंदिर के खाली हो जाने से गांव वाले परेशान हैं. उन लोगों का कहना है कि वो किसी भी प्रकार का धार्मिक अनुष्ठान नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि जिलाधिकारी बुनलर्ट ने कहा कि वो जल्द ही मंदिर में पुजारियों की व्यवस्था करेंगे ताकि लोग धार्मिक अनुष्ठान कर सकें.
थाईलैंड में बड़े पैमाने पर होता है इस ड्रग का इस्तेमाल
छापेमारी में पुजारियों में methamphetamine नाम के जिस ड्रग की पुष्टि हुई है, वो थाईलैंड में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है. यूनाइटेड नेशन के ड्रग्स और क्राइम ऑफिस के अनुसार, थाईलैंड इस ड्रग का सेवन करने वाला प्रमुख देश है. इस ड्रग को म्यांमार से लाओस के रास्ते थाईलैंड लाया जाता है. इस ड्रग्स की एक गोली की कीमत लगभग 20 Baht (थाईलैंड की मुद्रा) यानी 40 रुपया है. हाल के दिनों में पूरे दक्षिण ऐशियाई क्षेत्रों में कई बार भारी मात्रा में इस ड्रग्स की बरामदगी की गई है.
बहुत बड़ा है म्यांमार के ड्रग्स का जाल
अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह का म्यांमार से गहरा संबंध है. मार्च में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने म्यांमार से तस्करी कर लाई गई 40 करोड़ की हीरोइन को जब्त किया था. ग्लोबल मार्केट में इसकी कीमत लगभग 40 करोड़ थी. पुलिस ने बताया था कि तस्कर म्यांमार से मणिपुर के जरिए ड्रग्स को भारत लाते हैं फिर इसे वहां से अन्य राज्यों में पहुंचाया जाता है.