सावन मास में लगाएं ये पौधे, जल्द बदलेगी किस्मत
नई दिल्ली : भगवान शिव प्रिय श्रावण मास चल रहा है. इस महीने भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने वालों की झोली कभी खाली नहीं रहती है. वास्तु शास्त्र में भी सावन से जुड़े कई खास उपाय बताए गए हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, सावन में घर के आस-पास कुछ चमत्कारी पौधे लगाने से इंसान का भाग्य संवरता है. इनमें से कुछ पौधों को आप घर के अंदर या छत पर भी रख सकते हैं. ये पौधे भगवान शिव को भी बहुत प्रिय है.
इसको सावन के महीने में या कार्तिक के महीने में लगाना सर्वोत्तम होता है. तुलसी का पौधा घर के बीचों बीच लगाना चाहिए. वैवाहिक जीवन की बेहतरी, सुख-समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य के लिए नित्य इसके नीचे घी का दीपक जलाएं और इसकी परिक्रमा करें. नित्य प्रातः खाली पेट तुलसी के पत्ते और बीज खाने से संतान उत्पत्ति की समस्याएं समाप्त होती हैं. इससे वाणी और बुद्धि अत्यंत प्रखर होती है.
सावन की एकादशी को या बृहस्पतिवार को केले का पेड़ लगा सकते हैं. केले का पौधा घर के पीछे की ओर ही लगाना चाहिए,सामने कभी नहीं. केले के पौधे में नियमित जल डालने से वैवाहिक जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं. केले की जड़ को पीले धागे में बांध कर धारण करने से शीघ्र विवाह होता है और बृहस्पति मजबूत होता है.
कभी भी अनार का पौधा लगा सकते हैं,परन्तु अगर इसका पौधा रात को लगाएं तो उत्तम होगा. घर के सामने अगर अनार का पौधा लगाएं तो सर्वोत्तम होगा. घर के बीचों बीच इसका पौधा न लगाएं. अनार का पौधा घर में लगाने से घर का वातावरण उत्तम होता है. नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है. इससे घर पर तंत्र मंत्र की क्रियाएं असर नहीं करती. अनार के फूल को शहद में डुबाकर जल प्रवाह किया जाए तो भारी से भारी कष्ट भी मिट जाता है और व्यक्ति तमाम समस्याओं से मुक्त हो जाता है.
सावन के किसी भी शनिवार को शाम को शमी का पौधा लगाना उत्तम होगा. घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर इसको लगाना शुभ होगा. नियमित रूप से शमी वृक्ष के नीचे सरसों तेल का दीपक जलाएं. इससे शनि की पीड़ा कम होगी और स्वास्थ्य उत्तम होगा. विजय दशमी के दिन शमी की विशेष पूजा आराधना करने से व्यक्ति को कभी भी धन धान्य का अभाव नहीं होता है.
किसी भी दिन पीपल का वृक्ष लगाया जा सकता है, सावन का बृहस्पतिवार उत्तम होगा. घर में बिलकुल भी पीपल न लगाएं. पार्क या सड़क के किनारे लगाएं. पीपल के वृक्ष लगाने से संतान प्राप्ति आसान हो जाती है. पीपल की जड़ में जल देने से और उसकी परिक्रमा करने से संतान दोष नष्ट होता है तथा घर में बीमारियां नहीं रहती. शनिवार के दिन पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से व्यक्ति के साथ दुर्घटना नहीं होती है.