सोने की तस्करी के आरोपों के बाद अफगानिस्तान की भारत में डिप्लोमैट जाकिया वारदाक का इस्तीफा
नई दिल्ली: 25 किलोग्राम सोने की तस्करी के मामले में पकड़ी गई भारत में अफगानिस्तान की डिपलोमैट जाकिया वारदाक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शनिवार को उन्होंने व्यक्तिगत हमलों और मानहानि का आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। अफगानिस्तान में तालिबान के अगस्त 2021 में सत्ता में आने के बाद वह भारत में कार्यवाहक राजदूत भी थीं। आपको बता दें कि 25 अप्रैल को डीआरआई के अधिकारियों ने मुंबई एयरपोर्ट पर वारदाक को रोका था और उनकी तलाशी ली थी। इस दौरान अधिकारियों ने 18.6 करोड़ रुपए के मूल्य का 25 किग्रा सोना बरामद किया था। कथित तौर पर वह उसे दुबई से भारत में तस्करी करने की कोशिश कर रही थी।
मुंबई में तीन साल रहीं महावाणिज्य दूत
जकिया वारदाक को तीन साल पहले मुंबई में महावाणिज्य दूत के रूप में भारत भेजा गया था। वह पिछले साल के अंत से नई दिल्ली में कार्यवाहक राजदूत के रूप में काम कर रही थीं। वारदाक ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि की है। जाकिया वारदाक ने अपने इस्तीफे में कहा है कि बीते साल से उन पर और उनके परिवार और करीबी रिश्तेदारों पर निजी हमले किए जा रहे हैं। इसका उन पर प्रभाव पड़ रहा है। इन आरोपों के बाद उनको अपनी जिम्मेदारी निभाने में परेशानी हो रही है।
जाकिया ने कहा कि उन पर लगे आरोपों से उन्हें बिल्कुल हैरानी नहीं हुई, क्यों कि सार्वजनिक जीवन में इस तरह के हमलों के लिए वह पहले से तैयार थीं। जाकिया ने कहा कि इस तरह के आरोप लगाकर लगातार उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने देश की सेवा की सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम किया। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का कठिन फैसला लिया है।