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एशियाड रजत पदक विजेता शार्दूल विहान सहित 16 प्रदेश के सर्वोच्च खेल सम्मान के हक़दार

लखनऊ। एशियाड-2018 में निशानेबाजी में डबल ट्रैप सीनियर पुरूष वर्ग में रजत पदक जीतने वाले मेरठ के शार्दूल विहान ने यह कारनामा महज 15 साल की उम्र में किया था और अब वह 24 जनवरी को एक और इतिहास रचने जा रहे है। शार्दूल विहान सहित छह पुरूष खिलाड़ियों सहित सात महिला खिलाड़ियों को 24 जनवरी को यूपी दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में राज्य के सर्वोच्च खेल पुरस्कार लक्ष्मण पुरस्कार और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।

खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने बताया कि अवध शिल्पग्राम में होने वाले इस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्ष 2017-18 के लिए कुल 16 खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। इस अवसर पर दो पुरूष व एक महिला खिलाड़ी को वेटरन वर्ग में उनके खेल में योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।

हालांकि वर्तमान में 16 साल के शार्दूल विहान यह पुरस्कार पाकर एक और इतिहास रच देंगे क्योंकि वह लक्ष्मण पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी होंगे। इससे पहले किसी को भी इस उम्र में यह पुरस्कार नहीं मिल सका है। इन पुरस्कार के लिए चयनित महिला खिलाड़ी को रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य की प्रतिमा और पुरूष खिलाड़ी को लक्ष्मण जी की प्रतिमा दी जाएगी। इसी के साथ प्रत्येक खिलाड़ी को 3,11,000 रूपए नगद पुरस्कार में दिए जाएंगे।

लक्ष्मण पुरस्कार के लिए चयनित खिलाड़ी

हॉकी: ललित कुमार उपाध्याय (वाराणसी),
कुश्तीः संदीप तोमर (बागपत)
शूटिंगः शार्दूल विहान (मेरठ)
जूडोः विजय कुमार यादव (वाराणसी)
एथलेटिक्सः अजय कुमार सरोज (प्रयागराज)
जिम्नास्टिकः आशीष कुमार (प्रयागराज)
वेटरन वर्गः हॉकी में अब्दुल अजीज (झांसी) और एथलेक्टिस में अमरीश कुमार (हापुड़)

रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार के लिए चयनित खिलाड़ी

कुुश्तीः दिव्या काकरान (मुज्जफरनगर)
भारोत्तोलनः स्वाति सिंह (वाराणसी)
तीरंदाजीः रितिका सिंह (बागपत)
एथलेटिक्सः अन्नू रानी (मेरठ)
सॉफ्ट टेनिसः नमिता सेठ (प्रयागराज)
वुशूः विशाखा मलिक (मेरठ)
हैण्डबालः तेजस्विनी सिंह (प्रयागराज)
वेटरन वर्गः हॉकी में मंजू बिष्ट (लखनऊ)

हर खिलाड़ी को इस सम्मान का बेसब्री से इंतजार रहता है। मुझे खुशी है कि इस बार मेरा चयन रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार के लिए किया गया।
-अन्नू रानी (एथलेटिक्स)
जब खेल जगत में कदम रखा था तभी तय कर लिया था कि इस पुरस्कार को हासिल कर रहूंगा। खुशी है कि मेरा यह सपना सच हो गया।
-ललित उपाध्याय (हॉकी) 
प्रदेश के लिए खेलने वाले हर खिलाड़ी का यह सपना होता है और मुझे खुशी है कि मुझे इस पुरस्कार के लिए चुना गया.
-स्वाति सिंह (वेटलिफ्टिंग)
खास बात यह कि प्रदेश के मुखिया के हाथों घर का सर्वाेच्च पुरस्कार मिलेगा। खेल की दुनिया में कदम रखते वक्त यह सोचा नहीं था कि खेल में इतनी ऊचाईयों पर पहुंच सकूंगी।
-दिव्या काकरान ( कुश्ती)

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