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जम्मू के सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर BSF ने फिर खोजी संदिग्ध सुरंग

( अमरनाथ यात्रा को बाधित करने का था प्लान )

भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल ( अर्ध सैनिक बल ) बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने जम्मू के सांबा जिले में भारत पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संदिग्ध सुरंग का पता लगाया है। सांबा में जिस सुरंग का पता चला है वह पाकिस्तान की ओर से 150 मीटर तक खोदी गई थी। इसके रास्ते आतंकी घुसपैठ की साजिश रची जा रही थी। गौरतलब है कि बीएसएफ का कहना है कि डेढ़ साल में पांचवीं बार सुरंग मिली है।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के मुताबिक अमरनाथ यात्रा को बाधित करने के लिए आतंकियों की ये साजिश थी, जिसे विफल कर दिया गया। गौरतलब है कि 29 अगस्त 2020 में चक फकीरा पोस्ट से तीन किलोमीटर दूर बैनगलाड में भी सुरंग मिली थी। बैनगलाड के बाद 22 नवंबर 2020 को सांबा बॉर्डर पर ही रिगाल के पास बीएसएफ के तलाशी अभियान में सुरंग खोजी गई थी। वहीं, जनवरी 2021 में कठुआ के हीरानगर में सुरंग मिली थी।

सांबा जिले की आंतरिक सुरक्षा जरूरी :

सांबा जिला बसंतर नदी के तट पर स्थित है । यह जम्मू शहर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सांबा जिले के उत्तर में उधमपुर जिला,  पूर्व में कठुआ जिला,  पश्चिम में तहसील जम्मू और जम्मू का बिसनाह स्थित है और दक्षिण की तरफ से पाकिस्तान के साथ इसकी 55.5 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा होती है जो बहुत ही संवेदनशील बॉर्डर सिक्योरिटी इशूज को अक्सर पैदा करती रहती है। उधमपुर और पठानकोट पाकिस्तान के सियालकोट , लाहौर और मीरपुर से ज्यादा दूरी पर स्थित नही हैं , इसलिए भी साम्बा , उधमपुर , कठुआ जैसे क्षेत्रों की सुरक्षा जरूरी हो जाती है।

पिछले साल रिपब्लिक डे से ठीक पहले ही सांबा  कठुआ क्षेत्र में भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर बीएसएफ ने एक 7 किलोमीटर लंबी संदिग्ध सुरंग खोज निकाली , जिससे इस क्षेत्र के लिए पाकिस्तान की मंशा भी साफ होती है। पाकिस्तानी साइड से भारत की तरफ तक बनाई गई इस सुरंग के प्रयोग में बाकायदा इंजीनियरों की मदद ली गई और इस सुरंग में करांची प्रिंटेड सैंड बैग्स भी बीएसएफ को मिले। भारत सरकार भारत पाक बॉर्डर पर संदिग्ध क्षेत्रों में एन्टी टनल ड्राइव चला रही है जिसके चलते साम्बा के इस टनल का खुलासा हुआ। टीपू और हुसैन पोस्ट्स से पाकिस्तानी ट्रूप्स द्वारा भारत के बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स पर गोलियां चलाने की घटना भी सामने आ चुकी है। साम्बा जिले में बीएसएफ के जवानों को पाकिस्तान निशाने पर रखता है।

बीएसफ ने हाल में साम्बा जिले में पाकिस्तान से आने वाली 36 किलो ड्रग्स भी जब्त किया था और साम्बा बॉर्डर पर ही 3 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था। कठुआ और साम्बा जिले पाकिस्तान के भारत के खिलाफ नापाक मंसूबों के टेस्टिंग ग्राउंड्स के रूप में देखे गए हैं । पाकिस्तान के आतंकवादियों , आर्मी और आईएसआई के लोगों ने इन जिलों को अपने राडार पर बनाये रखा है। 2019 में भारत के रक्षा मंत्री ने इसी बात को ध्यान में रखकर साम्बा और कठुआ जिलों में भारत पाकिस्तान सीमा पर दो सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ब्रिजों का उद्घाटन किया था ताकि सुरक्षा बल के जवान आसानी से सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा के कार्यों से आ जा सके। इन्हें प्रोजेक्ट संपर्क के तहत बनाया गया और कठुआ जिले में 1000 मीटर का उझ ब्रिज बॉर्डर रोड्स आर्गेनाइजेशन द्वारा बनाया अब तक का सबसे बड़ा ब्रिज है। वहीं साम्बा जिले में 617 मीटर का बसंतर ब्रिज बनाया गया है , इसे बसंतर नदी पर राजपुरा – मडवाल- पंगदूर – फूलपुर रोड पर बनाया गया है।

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