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कोरोना से डरें नहीं लड़ें: डॉ अनुरूद्ध वर्मा

डॉ अनुरूद्ध वर्मा

(उमेश यादव ): कोरोना महामारी (कोविड19)के कहर से आज कल पूरी दुनिया थर्रा गयी है। केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के पूर्व सदस्य डॉ अनिरुद्ध वर्मा बताते है कि आज हर तरफ लोग भयभीत नजर आ रहे है कि कही उन्हें कोरोना ना हो जाये। पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है। इसकी गंभीरता का अनुमान इससे लगया जा सकता है कि विकसित एवं विकाशशील सहित विश्व के लगभग 200 से अधिक देश इस महामारी से प्रभावित हैं और इस महामारी से विश्व भर में लगभग 17 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं तथा विश्व भर में लगभग सवा लाख से अधिक लोगों की मौत की खबर सुनने में आ रही हैं।अपने भारत देश में कोरोना संक्रमितों की वर्तमान संख्या लगभग 18 हजार से अधिक हो चुकी है।करीब 600 लोगों की मौत इस संक्रमण से हो चुकी है और करीब 3 हजार से अधिक लोग कोरोना के संक्रमण से ठीक भी हो चुके है।विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी भयावहता को देखते हुये इसे वैश्विक महामारी घोषित किया है। कोविड 19 एक प्रकार का कोरोना वायरस है जो चीन के वुहान शहर से अन्य देशों में फैला है।

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।अभी तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते है। संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश, सूखी खांसी जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत ही तेजी से फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है। खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ ,कैंसर और हार्ट की बीमारी है।

कैसे फैलता है कोरोना का संक्रमण ?कोरोना का संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने से निकलने वाली बूंदों से श्वसन तंत्र में प्रवेश कर फैलता है। वायरस पभावित सतह को छूने से यह हाथों द्वारा संक्रमण फैलाता है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने जैसे उसके कपड़े छूने या प्रयोग करने से फैलता है।

क्या हैं इससे बचाव के उपाय ?

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए।अल्‍कोहल आधारित हैंड रब (सेनेटाइजर )का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें।जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें।खतरे वाली जगहों पर जाने से बचें।मास्क या अंगोछे का प्रयोग मुंह एवं नाक ढकने के लिये करें ।भीड़ -भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।जब भी बाहर से आये साबुन से हाथ धोएं।मुंह नाक को बार बार हाथ से न छुएं।दरवाजे के हैंडल को छूने से पहले विसंक्रमित करें। एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखें।लॉक डाउन के निर्देशों के अनुसार घर की लक्षमण रेखा ना पार करें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।

कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें

तेज बुखार आनाः अगर किसी व्यक्ति को सूखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए। यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे।अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है।

सूखी खांसीः संक्रमित व्यक्ति को सूखी खांसी आती है।

सांस लेने में समस्याः कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 से 7 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है। सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ों में फैले संक्रमण के कारण होती है।

फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।

डायरिया और उल्टीः 

कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है। करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं।

सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः

बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा समय समय पर जारी दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करें ।कोरोना का संक्रमण उन लोगों में ज्यादा फैलने की संभावना होती है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इससे बचने के लिये शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखना जरूरी है।खान पान पर विशेष ध्यान दें, पौष्टिक भोजन, हरी सब्जियों, फल, विटामिन सी युक्त फल लें, धूप में अवश्य बैठें, यदि पहले से कोई गंभीर बीमारी है तो उसका उपचार करा लें। यदि ऐसा कोई लक्षण मिलता है तो फौरन सरकारी चिकित्सालय के चिकित्सक से परामर्श लें। डरें नहीं क्योंकि हर सर्दी जुखाम जैसे लक्षण कोरोना नहीं हैं।आप घबराएं नहीं सतर्क रहें बचाव करें, सवधनियाँ अपनाइये और स्वस्थ रहिये।

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