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चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस: पांच राज्यों के 7 चरणों में होंगे चुनाव, आचार संहिता लागू, पद यात्रा , रोड शो , रैली पर 15 जनवरी तक पूर्णताया रोक

कोरोना संकट के बीच चुनाव आयोग 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर रहा है। इनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर शामिल हैं। 2017 में आयोग ने 4 जनवरी को विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था लेकिन इस बार 4 दिन की देरी से यानी 8 जनवरी को वोटिंग की नई तारीख घोषित की जा रही है।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने विज्ञान भवन ने कहा कि कोरोना के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण होने वाला है। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के सामने तीन चुनौतियां हैं- बिना किसी बाधा के चुनाव, लोगों को मतदान का अधिकार सुनिश्चित करना और कोरोना के बीच लोगों को बचाव करते हुए चुनाव कराना। 

चुनाव आयुक्त ने आगे कहा कि बढ़ते ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव, विशेषज्ञों और सरकार के साथ कई बैठकें की गई हैं। चुनाव में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। यूपी, गोवा समेत अन्य राज्यों में इसे बढ़ाना है। पांच राज्यों में कुल 18.34 करोड़ वोटर हैं। सुशील चंद्रा ने कहा कि पोलिंग स्टेशन के विजिट का निर्देश सभी सीईओ को तैयारी के लिए दिया गया। साथ ही कोरोना सुविधा सुनिश्चित कराने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि दो लाख 15 हजार 368 से अधिक बूथ होंगे। पोलिंग स्टेशन बढ़ाकर हरेक स्टेशन पर मतदाता कि संख्या को मैनेज किया जाएगा। पोलिंग स्टेशन की संख्या में 16 फीसदी का इजाफा किया गया है। 

24.9 लाख मतदाता की पहली बार वोट डालेंगे
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 5 जनवरी को मतदाता की सूची डाली गई थी। 24.9 लाख मतदाता की पहली बार वोट डालेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 5 जनवरी को मतदाता की सूची डाली गई थी। 24.9 लाख मतदाता की पहली बार वोट डालेंगे। यूपी में 29 प्रतिशत मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। थर्मल स्कैनिंग, मास्क और सैनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्ता है। सभी पोलिंग बूथ पर व्यवस्ता की गई है। पोलिंग स्टेशन की क्षमता बढ़ाई गई है। 2 लाख 15 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।

डोर टू डोर कैंपेन में केवल 5 लोगों को अनुमति
चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए ही रैली की जा सकेंगी। इसमें शामिल होने वाले लोगों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राजनीतिक पार्टियां करेंगी। डोर-टु-डोर कैंपेन में अधिकतम 5 लोग ही शामिल हो सकेंगे- चुनाव आयोग

मतदान का समय बढ़ाया गया, रैली पर रोक
हमने हेल्थ ऑफिसर भी नियुक्त किए हैं। सभी राज्यों में एक घंटे का मतदान टाइम बढ़ाया गया है। सभी दलों के उम्मीदवार, वोटर की पहला कर्तव्य होना चाहिए कि वो जनता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। हो सके तो उम्मीदवार डिजिटल तरीके से चुनाव प्रचार करें ताकि कोविड नियमों का भी पालन हो चुके हैं। कोई भी रोड शो, बाइक रैली, पदयात्रा या किसी भी तरह के जुलूस 15 जनवरी तक नहीं होंगे। इसके लिए आगे भी प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इसके बाद भी हालात की निगरानी की जाएगी। किसी भी तरह के रोड शो, नुक्कड़ सभा की अनुमति नहीं होगी और ना ही कोई विजय रैली या जुलूस निकाला जाएगा: निर्वाचन आयुक्त

पंजाब में 14 फरवरी को मतदान
राज्य में एक चरण में सभी 117 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होगा। वहीं वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी। उम्मीदवारों को सुविधा ऐप के जरिए ऑनलाइन नामांकन की भी सुविधा दी गई है।

इन चरणों में होगा चुनाव
सभी राज्यों के चुनाव एकसाथ सात चरणों में आयोजित किया जाएगा। यूपी में 10 फरवरी को पहले फेज का चुनाव, नोटिफिकेशन जारी होने की तिथि- 14 जनवरी, 21 जनवरी को लास्ट डेट नामांकन का। दूसरे चरण में यूपी में दूसरे चरण, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा में चुनाव होंगे। 21 जनवरी को अधिसूचना जारी होगें। 14 फरवरी को मतदान होगा। पंजाब, उत्तराखंड, गोवा में एक ही चरण में मतदान होगा।

लाइव अपडेट

900 ऑब्जर्वर चुनाव पर नजर रखेंगे। पैसे के दुरुपयोग पर जीरो टॉलरेंस।

पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की संख्या में कमी के कारण हमें मतदान केंद्रों को बढ़ाकर 30,330 करना होगा। इससे कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2,15,368 हो गई है: मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा

धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा
चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है : मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा

इन तीन एप्स पर अहम जानकारियां

आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर उपलब्ध होगी।

Suvidha Candidate एप सक्रिय रहेगा। ये राजनीतिक दलों के लिए है। उन्हें किसी दफ्तर में जाकर रैली वगैरह के लिए इजाजत नहीं मांगनी होगी। वे इस एप के जरिए उपलब्धता देख सकेंगे।

Cvigil एप का इस्तेमाल आम जनता और मतदाता कर सकेंगे। किसी भी गड़बड़ी की फोटो खींचकर इस एप पर अपलोड की जा सकेगी। 100 मिनट के अंदर चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंचकर जरूरी कदम उठाएगी

ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा

उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है। ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर भी उपलब्ध होगी।

मतदान केंद्रों की संख्या 2,15,368 है, 2017 के विधानसभा चुनावों से मतदान केंद्रों की संख्या 16% बढ़ाई गई है

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान नहीं बटने देंगे शराब और पैसा

सर्विस मतदाता को​ मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं: सुशील चंद्रा

पोलिंग स्टेशन में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी: मुख्य चुनाव आयुक्त

ग्राउंड फ्लोर पर ही रहेगा मतदान कक्ष: मुख्य चुनाव आयुक्त

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि 3 लक्ष्यों पर काम किया है। ये लक्ष्य हैं- कोविड सेफ इलेक्शन, आसान इलेक्शन, और मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी

29 प्रतिशत मतदाता पहली बार करेंगे वोट- CEC सुशील चंद्र

हर मतदान केंद्र पर होगी जरूरी सुविधाएं, जैसे- मास्क, सेनेटाइजर आदि- CEC

5 राज्यों के 690 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव होंगे- CEC

18.3 करोड़ मतदाता चुनाव में लेंगे हिस्सा- CEC

5 जनवरी को प्रकाशित हुई थी मतदाता सूची- CEC

चुनाव के लिए आयोग की टीम ने की है कड़ी मेहनत- CEC

चुनाव के दौरान लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखेगा आयोग- CEC

2.15 लाख मतदान केंद्र
2.15 लाख मतदान केंद्र होंगे। हर मतदान केंद्रों पर अधिकतम 1250 वोटर ही होंगे। हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पूरी तरह से महिला स्टाफ के जिम्मे होगा। 690 निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे 1620 मतदान केंद्र होंगे।

24.9 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। महिला वोटरों की भागीदारी बढ़ी है। 11.04 लाख महिलाएं पहली बार मतदान करेंगी।

कुल 18.3 करोड़ मतदाता
चुनाव तैयारियों की समीक्षा की गई। कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराएंगे। 18.34 करोड़ मतदाता इस बार चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। इनमें 8.55 करोड़ महिलाएं हैं।

चुनाव आयोग ने कहा
-पांच राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाला है।

  • कोरोना में चुनाव कराना महत्वपूर्ण है। इसके लिए नए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। कुछ तैयारियां भी की गई हैं। हमने इस बार तीन उद्देश्यों पर काम किया है। कोविड फ्री चुनाव, मतदाताओं की सहूलियत और अधिकतम मतदाताओं की भागीदारी।

कोरोना वायरस के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण
चुनाव आयोग ने कहा, कोरोना वायरस के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण लेकिन यह हमारा कर्तव्य है।

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