राजस्थानराज्य

राजस्थान में हर साल होंगे राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक – CMअशोक गहलोत

जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश सरकार संवेदनशील, पारदर्शी तथा जवाबदेह प्रशासन देने के साथ-साथ राज्य के चहुंमुखी विकास तथा आमजन के कल्याण के लिए पूरी प्रतिबद्धता से जुटी है। उन्होंने कहा कि राज्य में विकास कार्यों के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। राज्य में सरकार संसाधनों के कुशल प्रबंधन से शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली, पानी, कृषि, रोजगार सहित सभी क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को चूरू जिले के राजगढ़ में ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का शुभारम्भ किया। उन्होंने सीकर जिले के खोटिया, चूरू जिले के राजगढ़ तथा जयपुर जिले के चौमूं में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की ब्लॉक स्तरीय प्रतिस्पद्र्धाओं का अवलोकन किया एवं खिलाड़ियों से मिलकर उनका उत्साहवद्र्धन किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में नई खेल संस्कृति विकसित करने तथा ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने की सोच के साथ यह खेल आरंभ किए गए हैं। जल्द ही शहरी ओलंपिक खेलों का आयोजन भी होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने खेल, आईटी और पंचायतीराज सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में शानदार कार्य किया। उनके नाम से शुरू किए गए ग्रामीण ओलंपिक खेलों में हर आयु वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रदेश में हर साल इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। राजस्थान में किया जा रहा यह प्रयोग अपने आप में ऎतिहासिक है।

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि राज्य सरकार खेल एवं खिलाड़ियों के हित में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक अपने आप में एक अभिनव पहल है। लगभग 30 लाख खिलाड़ियों ने ग्रामीण ओलंपिक खेलों में पंजीकरण करवाया है तथा 2 लाख से अधिक टीमें बनाई गईं। राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश में एक नई खेल संस्कृति विकसित हो रही है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए पदक विजेताओं को सरकारी नौकरियों में 2 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। पदक विजेता खिलाड़ियों को विभिन्न विभागों में आउट-ऑफ-टर्न नियुक्तियां दी गई हैं। ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की सम्मान राशि बढ़ाकर 3 करोड़ रूपए तक कर दी गई है। खिलाड़ियों का दैनिक भत्ता बढ़ाया गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में उत्कृष्ट खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण हेतु बजट, जमीन आवंटन, अभ्यास हेतु आवश्यक उपकरणों एवं सुविधाओं की उपलब्धता सरकार सुनिश्चित कर रही है। मेजर ध्यानचंद स्टेडियम योजना के तहत राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में चरणबद्ध रूप से खेल स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल से जुड़ने पर व्यक्ति की इच्छाशक्ति प्रबल होती है तथा उसकी तत्काल निर्णय लेने की क्षमता और दूरदर्शिता का विकास होता है।

Related Articles

Back to top button