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पूर्व क्रिकेटर और यूपी के मंत्री चेतन चौहान का निधन, कोरोना के बाद फेल हुईं किडनी

लखनऊ, 16 अगस्त, दस्तक टाइम्स (ब्यूरो) : कोरोना पॉजिटिव रहे यूपी के कैबिनेट मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का निधन हो गया है। उन्हें शनिवार शाम दिक्कत बढ़ने पर लखनऊ पीजीआई से मेदांता गुरुग्राम लाया गया था। मेदांता में वेंटिलेटर पर रखे गए चेतन चौहान की तबीयत में कोई सुधार नहीं हो पाया। कोरोना के कारण चेतन के किडनी में संक्रमण काफी ज्यादा हो गया था। हालांकि, मेदांता में डाक्टरों की एक विशेष टीम उनके इलाज में इलाज में लगी हुई थी। गौरतलब है कि पिछले महीने चेतन चौहान की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तबसे लगातार उनका इलाज चल रहा था, किडनी में संक्रमण के चलते शनिवार को अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। लखनऊ से उन्हें मेदांता गुरुग्राम ले जाया गया, जहां आज उनकी मृत्यु हो गयी।

भारतीय क्रिकेट टीम में बल्लेबाज रह चुके चेतन चौहान अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा के विधायक थे। क्रिकेट से संन्यास लेकर वह राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। फिलहाल वह योगी सरकार में सैनिक कल्याण, होम गार्ड, पीआरडी, नागरिक सुरक्षा विभाग के मंत्री के रूप में कामकाज देख रहे थे। चेतन चौहान 73 साल के थे। 11 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्‍हें एसजीपीजीआई में एडमिट कराया गया था।  इसके बाद उन्हें किडनी और ब्‍लड प्रेशर की समस्‍याएं शुरू हो गईं, जिसके बाद 15 जुलाई को उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। बीच में दो बार चौहान की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद फिर पॉजिटिव आई थी।

क्रिकेटर के रूप में शुरू किया था कैरियर

चेतन चौहान का जन्म 21 जुलाई  1947 को हुआ था। उन्होंने अपना करियर एक क्रिकेटर के तौर पर शुरु किया था। एक वक्त मशहूर ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर के साथ उनकी जोड़ी बेहद लोकप्रिय थी। पिछले महीने 21 जुलाई को उन्होंने अपना 73वां जन्मदिन मनाया था। उनका जन्म 1947 में बरेली में हुआ था। भारत के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने 40 टेस्ट मैचों में 2084 रन बनाए और उनका सार्वाधिक स्कोर 97 रहा। करियर में बिना शतक लगाए (1969-1981) दो हजार रन बनाने वाले वह दुनिया के पहले क्रिकेटर थे। गावस्कर और चौहान की जोड़ी ने टेस्ट की 60 पारियों में 54.85 की औसत से 3127 रन बनाए, दोनों ने कुल 11 शतकीय साझेदारियां कीं, जिनमें से 10 पहले विकेट के लिए रहीं।

भाजपा नेता के रूप में लम्बा राजनीतिक सफर

चेतन चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट से 1991 में अमरोहा में चुनाव लड़ा और वे वहां से सांसद चुने गए. इसके बाद एक बार फिर 1996 में भाजपा ने उन्‍हें इसी मैदान में चुनावी जंग के लिए उतारा, लेकिन इस बार वे हार गये। 1998 में चेतन चौहान एक बार फिर सांसद चुने गए. वहीं, साल 1999 और 2004 के लोकसभा चुनाव में भी उन्‍होंने अपनी किस्‍मत आजमाई, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2017 चुनाव में वे अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा से विधायक चुने गए थे।

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