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GOOD NEWS : अब सिपाही 7 साल में बनेंगे अफसर, मुख्यालय ने भेजा प्रस्ताव

43_1443998677रांची. राज्य के करीब 30 हजार सिपाहियों के लिए खुशखबरी। प्रमोशन के लिए उनका 27 साल का इंतजार खत्म होने वाला है। वे अपनी बौद्धिक क्षमता के आधार पर अब सात से 10 साल के भीतर असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) के पद पर प्रमोशन पा सकेंगे। पुलिस मुख्यालय ने यह प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है। स्वीकृति मिलते ही प्रमोशन से संबंधित सीमित प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रस्ताव में एएसआई पद पर कार्यरत जूनियर पुलिस अफसरों को भी सब इंस्पेक्टर पद पर छलांग लगाने का मौका देने का जिक्र किया गया है। इसमें वैसे सिपाहियों और एएसआई को लाभ मिल सकेगा, जिनके पास जरूरी शैक्षणिक योग्यता होगी। परीक्षा में पास करने के बाद उनका सेलेक्शन किया जाएगा। 
उल्लेखनीय है कि  राज्य में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के जितने भी पद रिक्त होते हैं, वे सभी प्रोन्नति से ही भरे जाते हैं। उन पदों पर सीधी बहाली नहीं होती है। प्रस्ताव है कि इन सभी रिक्त पदों के 25 फीसदी पद सीमित विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से भरे जाएं।
एएसआई के लिए 3 मौके 
पुलिस मुख्यालय ने जो प्रस्ताव दिया है, उसके अनुसार सिपाही के पद पर पांच से दस साल तक की सेवा पूरी करने वाले को ही असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर प्रोन्नति के लिए सीमित प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाए। इसके लिए उनके पास आवश्यक शैक्षणिक अर्हता होनी चाहिए। याेग्य सिपाहियों को सीमित प्रतियोगिता परीक्षा देने के तीन अवसर दिए जाएंगे। अगर उनका सेलेक्शन हो गया तो उन्हें प्रोन्नति के हकदार होंगे। 
 
क्या होगा लाभ
पुलिसकर्मियों में उत्साह जगेगा कि वे अच्छा कार्य करने में सफल होते हैं तो छह से सात सालों में ही प्रोन्नति मिल जाएगी। 
 
विभाग को यह लाभ होगा कि नवप्रोन्नत एएसआई व एसआई के रूप में ऐसे युवा अफसर मिल सकेंगे, जो अपेक्षाकृत ज्यादा सक्रिय होंगे। 
 
पुलिसकर्मियों के बीच अनुशासनहीनता की घटनाओं की भी कमी आएगी, क्योंकि कोई यदि अपने कार्यकाल में इसका दोषी पाया जाता है तो वह सीमित परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएगा।
सब इंस्पेक्टर के लिए दो अवसर
असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत वैसे पुलिस पदाधिकारी, जो पांच से दस साल की सेवा कर चुके हों और सब इंस्पेक्टर की शैक्षणिक योग्यता रखते हों, उन्हें भी सब इंस्पेक्टर बनने के लिए दो अवसर दिए जाएंगे। पुलिस अवर निरीक्षक के 50% पद सीधी बहाली और 50%पद प्रोन्नति से भरे जाते हैं। प्रोन्नति से भरे जाने वाले पदों में से ही आधे पद अर्थात कुल रिक्त पदों के 25% पद सीमित परीक्षा से रखे जाने का प्रस्ताव रखा गया है।
 
प्रोत्साहित होंगे, बढ़ेगा मनोबल : सीमित परीक्षा के माध्यम से जहां लंबा इंतजार खत्म होगा, वहीं वे पूरा मन लगाकर काम कर सकेंगे। पुलिस मुख्यालय ने पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने, उनका मनोबल बढ़ाने के लिए यह बड़ा प्रस्ताव तैयार कर भेजा है।

 

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