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‘स्कूल नहीं जाएंगे, सर फेरते हैं कमर पर हाथ और…’, मुरादाबाद की 9 छात्राओं ने दर्द बयां कर छोड़ा स्कूल

मुरादाबाद : शिक्षक को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया गया है। लेकिन उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक शिक्षक की घिनौनी करतूत उस वक्त सामने आई, जब 9 छात्राओं ने स्कूल जाना बंद कर दिया। जब छात्राओं के माता-पिता ने उनसे स्कूल न जाने का कारण पूछा तो जो कुछ छात्राओं ने बताया उसे सुनकर माता-पिता के होश उड़ गए। दरअसल, छात्राओं ने आरोप लगाया कि मास्टर जी पढ़ाने के बहाने उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करते है।

वहीं, अब पीड़ित छात्राओं के परिजनों ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और गिरफ्तारी में जुट गई है। यह मामला मुरादाबाद जिले के ठाकपुरद्वार कोतवाली क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय काला झंडा का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां एक शिक्षक इश्तयाक अहमद स्कूल की बच्चियों का शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करता था।

शिक्षक की इस हैवानियत से परेशान होकर करीब सरकारी स्कूल की करीब 9 छात्राओं ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया। पीड़ित छात्राओं के परिजनों ने बताया कि ‘वो गुरु कहलाने लायक नहीं है। उसे पकड़कर तुरंत जेल में डाल देना चाहिए। वह स्कूल में 12-13 साल की छात्राओं से उनके अंडर गारमेंट्स के बारे में बातें करता था। छात्राओं से पूछता था कि ये कहां से खरीदकर लाई हो।’ इतना ही नहीं, एक छात्रा की दादी ने बताया, ‘पढ़ाने के बहाने वो अपनी कुर्सी छोड़कर उसकी बेंच पर बैठ जाता है और फिर गलत तरीके से उसे टच करता है। इसी तरह की हरकत वह स्कूल की कई और छात्राओं के साथ भी करता है।’

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन छात्राओं ने शिक्षक इश्तयाक अहमद पर ये गंभीर आरोप लगाए है उनकी उम्र 11 से 13 साल के बीच है और वो कक्षा 06 से लेकर कक्षा 08 तक छात्राएं हैं। छात्राओं के परिजनों ने एक साथ आरोपी शिक्षक इश्तयाक अहमद के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने बताया, ‘आरोपी टीचर के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश में छापामारी की जा रही है। लेकिन अभी वो पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। जिसे पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।’

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