अन्तर्राष्ट्रीय

भीषण गर्मी की चपेट में भारत के कई राज्य, चीन में तापमान ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

नई दिल्ली : भीषण गर्मी की लहर पूरे एशिया (Asia) में फैल गई है। भारत, चीन, थाईलैंड, बांग्लादेश, लाओस में भीषण हीटवेव के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। भारत (India) में कई राज्यों में हीटवेव से लोगों का जीना मुहाल है जबकि चीन (China) में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम वैज्ञानिक मैक्सिमिलियानो हेरेरा ने असामान्य रूप से अत्यधिक तापमान को अप्रैल में एशियाई इतिहास में सबसे खराब हीटवेव बताया है। दुनिया के कई देश मौसम की मार झेल रहे हैं। जापान, दक्षिण कोरिया में धूल भरी आंधी की आफत से लोग परेशान हैं।

भारत: हाल के वर्षों में देश सबसे अधिक गर्मी की चपेट में है। विशेषज्ञों को डर है कि यह साल और भी बुरा हो सकता है। अप्रैल में पड़ रही भीषण गर्मी से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है। तापमान और उमस बढ़ने पर भी लोग बाहर काम करने को मजबूर हैं। पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों में स्कूल बंद कर दिया गया है। उत्तर और पूर्वी भारत के छह शहरों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।

चीन: चीन की स्थानीय मीडिया के अनुसार अप्रैल में रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया है। चेंग्दू, झेजियांग, नानजिंग, हांग्जो और यांग्त्ज़ी नदी डेल्टा क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों सहित कई स्थानों पर रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया। चीन के सैकड़ों मौसम स्टेशनों ने अपने अप्रैल के सबसे गर्म तापमान को रिकॉर्ड किया है। जलवायु विशेषज्ञ जिम यांग ने ट्वीट किया कि 12 प्रांतों के 109 मौसम केंद्रों ने अप्रैल में उच्च तापमान का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया। युन्हे में इस हफ्ते उच्च तापमान 101 डिग्री (38.2 सेल्सियस), हांग्जो में तापमान 95 डिग्री (35 डिग्री सेल्सियस) पर पहुंच गया।

बांग्लादेश: जलवायु संकट के मामले में सबसे आगे बांग्लादेश की राजधानी ढाका में तापमान 40 डिग्री सेल्सेयिस के पार पहुंच गया। यहां इस हफ्ते 58 वर्षों में सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया, जिससे सड़क की सतह पिघल गई। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार अगर गर्मी कम नहीं हुई, तो वे कुछ क्षेत्रों में तापमान आपातकाल की घोषणा करनी होगी।

थाईलैंड: देश के उत्तर-पश्चिम में टाक में एक सरकारी निगरानी स्टेशन ने इस हफ्ते तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। इसने 28 अप्रैल 2016 को मे होंग सोन में 44.6 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। हालांकि इस रिकॉर्ड को सरकार के आधिकारिक सारांश में शामिल नहीं किया गया। ऐसी आशंका है कि थाईलैंड में सामान्य गर्मी के महीनों के बाद भी अधिक तापमान जारी रह सकता है, जिससे सूखे और फसल को नुकसान पहुंचेगा।

मौसम वैज्ञानिक हेरेरा के अनुसार, हाल के दिनों में दक्षिण-पूर्व एशिया में भी असामान्य गर्म तापमान दर्ज किया गया है, जिसमें लुआंग प्रबांग, लाओस भी शामिल है। यहां इस सप्ताह 42.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो कि इसके इतिहास में सबसे अधिक है। वियनतियाने में बीते शनिवार को सबसे गर्म दिन 41.4 सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार इनमें उत्तर-पश्चिम म्यांमार में कलेवा का तापमान 44सेल्सियस पर पहुंच गया है। यह अप्रैल में एक रिकॉर्ड है। उत्तर-पश्चिम वियतनाम में सोन ला में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो किसी भी महीने के लिए रिकॉर्ड है।

जापान में तापमान 30सेल्सियस को पार कर गया है। कुमामोटो प्रान्त के मिनमाटा में तापमान 30.2सेल्सियस दर्ज किया गया यह अप्रैल के लिए एक रिकॉर्ड है। इस महीने के लिए अत्यधिक असामान्य तापमान मध्य एशिया में भी दर्ज किया गया है। कजाकिस्तान के तराज़ में 33.6 सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो अप्रैल के लिए रिकॉर्ड था। तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान में भी सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया गया है।

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