टॉप न्यूज़पंजाब

1200 CCTV कैमरों से लैस होगा जालंधर शहर, ट्रैफिक नियम तोड़ा तो घर पहुंचेगा चालान

जालंधर:शहर में बढ़ रहे क्राइम व यातायात प्रणाली को सही तरीके से मैनेज करने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के कोने कोने में 1200 सीसीटीवी लगने जा रहे है। जिस के बाद शहर पूरी तरह से सीसीटीवी की निगरानी में होगा और बढ़ रहे अपराध के मामलों पर लगाम लगाई जा सकेगी। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने कहा है कि इन कैमरों से जुड़े इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सैंटर पुलिस लाइन में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट में फेस रिकग्निशन, ई-चालानिंग सिस्टम, एवीएनपी सिस्टम जैसे फीचर्स शामिल हैं, जो ट्रैफिक उल्लंघन को कम करेगा।

जिला प्रशासनिक परिसर में हितधारकों के साथ पहली समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए, घनश्याम थोरी ने सभी संबंधित विभागों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी क्षेत्रों के लिए साइट सर्वेक्षण और अध्ययन पूरा करने के लिए कहा ताकि परियोजना को समय के भीतर पूरा किया जा सके। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह तूर और नगर आयुक्त जालंधर कर्णेश शर्मा के साथ, डीसी ने शहर में मजबूत सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से इस परियोजना को महत्वपूर्ण बताया।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना में शहर की निगरानी, ​ यातायात नियंत्रण सिस्टम और यातायात प्रबंधन सिस्टम, साइन बोर्ड, पब्लिक अड्रेस सिस्टम, आपातकालीन कॉल बॉक्स, वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम, पोल और जंक्शन बॉक्स, वायु गुणवत्ता सेंसर, डेटा सेंटर, नेटवर्क सेटअप और ICCC प्लेटफॉर्म आदि शामिल है। डीसी ने आगे कहा कि यह विशाल बुनियादी ढांचा ई-चालान प्रणाली के एकीकरण के साथ आटोमेटिड नंबर प्लेट पहचान और लाल बत्ती उल्लंघन करने वालों का पता लगाने जैसी सुविधाओं से लैस होगा। इसी तरह, एक फेस पहचान सिस्टम शहर के अंदर कई स्थानों पर अपराध को रोकने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत एक सही यातायात नियंत्रण प्रणाली भी शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी शख्स उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ ई-चालान जारी किया जाएगा।

डी.सी. ने नगर निगम, पी.एस.पी.सी.एल., पी.डब्ल्यू.डी. और एन.एच.ए.आई. के अधिकारियों को इस परियोजना के तहत उन्हें सौंपे गए कार्यों को सार्वजनिक संबोधन प्रणाली की स्थापना, वीडियो संदेश प्रदर्शित करने वाले एल.ई.डी.,आपातकालीन कॉल बॉक्स की स्थापना, सभी उपकरणों को बिजली की आपूर्ति के संबंध में करने के लिए कहा है। परियोजना में शामिल विभागों ने सुचारू निष्पादन के लिए पहले ही अपने नोडल अधिकारियों को नियुक्त कर दिया है।

Related Articles

Back to top button