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सीमा-अंजू ही नहीं इस लड़के ने भी प्यार में पार की सरहद, प्रेमिका से मिलने पहुंच गया 16000 KM दूर

नई दिल्ली : भारत की अंजू और पाकिस्तान की सीमा हैदर की प्रेम कहानी आज दोनों मुल्कों में बच्चे-बच्चे के जुबान पर है। सीमा पति को छोड़ अपने चार बच्चों को लेकर बिना वीजा के भारत के सचिन के पास आ गई। तो दूसरी ओर भारत की अंजू अपने पति और बच्चों को छोड़ पाकिस्तानी प्रेमी नसरुल्लाह की फातिमा बन गई। इन दोनों की प्रेम कहानी जितनी मिसाल देती है, उतनी ही शक भी पैदा करती है। सीमा हैदर की सच्चाई जानने के लिए खुफिया एजेंसियां जुटी हैं तो दूसरी ओर जब अंजू भारत लौटेगी तो पता लगेगा कि उसकी कहानी में कितनी हकीकत और कितना फसाना है? सीमा और अंजू ही नहीं अब एक लड़के की प्रेम कहानी ने सोशल मीडिया का पारा बढ़ा दिया है। इस लड़के ने अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए सरहद पार की और मिलने के लिए 16000 किलोमीटर दूर जा पहुंचा।

डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ कोरिया के एक शख्स ने दुनिया भर में 10000 मील की यात्रा की और अपनी प्रेमिका से पहली बार मिलने के लिए ब्राजील जा पहुंचा। 28 वर्षीय कोरियाई निवासी यांग सियोक की अपनी प्रेमिका लुइज़ा विटोरिया रिबेरो से पहली बार बातचीत डेटिंग एप के जरिए हुई थी। कुछ दिनों की बातचीत में दोनों एक-दूसरे के इतने करीब आ गए कि यांग ने प्रेमिका लुइजा से मिलने की ठान ली। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों के बीच कई महीनों तक बातचीत चली।

यांग के लिए अपनी प्रेमिका से मिलने का सफर इतना आसान नहीं था। इसने दक्षिण कोरिया से दक्षिण अमेरिका तक चार उड़ानें और 150 मील की टैक्सी की सवारी की। इस जोड़े ने अपनी प्रेम कहानी का सोशल मीडिया में खुलासा किया है। इस जोड़े के सोशल मीडिया पर दस लाख फॉलोअर्स हैं।

उत्तर-पूर्वी ब्राज़ील पहुंचने के बाद, इस प्रेमी जोड़े ने आपस में बात करने के लिए गूगल ट्रांसलेट जैसे ऐप की मदद की। दरअसल, दोनों एक-दूसरे की भाषा नहीं समझ पाते हैं। लुइजा का कहना है कि वह कोरियाई नहीं जानती और यांग उसकी भाषा पुर्तगाली नहीं जानता। इसलिए हमने संवाद के लिए ट्रांसलेशन जैसे एप की मदद लेनी पड़ी।

लुइज़ा ने कहा, “उसने कहा है कि वह पुर्तगाली सीखना चाहता है और पहले से ही कुछ शब्द बोलने की कोशिश कर रहा है।” युवती ने दावा किया कि पिछले साल अगस्त में, उसने मुझसे डेट के लिए एप्रोच किया था। फिर हम वीडियो कॉल के जरिए बातचीत करते थे। फिर हमने मिलने का निश्चय किया।

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