एजेंसी/ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके ही खिलाफ सियासी दांव खेलने के एक दिन बाद नीतीश कुमार ने शुक्रवार को न सिर्फ गंगा में डुबकी लगाई बल्कि मौजूदा हालत पर चिंता भी जताई. उन्होंने दशास्वमेध घाट पर पूजा भी की.
नीतीश ने अपने इस पैंतरे से यह इशारा किया है कि नदियों की सफाई के मिशन में जुटने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में भी गंगा को साफ नहीं रख पा रहे हैं.
प्रदूषण के स्तर पर जताई चिंता
उन्होंने कहा, ‘गंगा हमारी संस्कृति का हिस्सा है. मैं गंगा से जुड़ा रहा हूं. मेरा कॉलेज गंगा के किनारे स्थित था और मैं अक्सर गंगा के किनारे समय बिताता था लेकिन अब गंगा का बहाव कम हो रहा है और प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है जो कि चिंता का विषय है.’
‘गंगा के बिना भारत की कल्पना नहीं’
बिहार के सीएम ने कहा कि गंगा को बचाने की दिशा में प्रयास करना होगा. बिहार इस मामले में तेजी से काम कर रहा है और अपना योगदान दे रहा है. उन्होंने कहा, ‘गंगा नदी के साथ जिस तरह लोगों ने बर्ताव किया उसी का नतीजा है कि हालात बिगड़ गए हैं. हम गंगा के बिना भारत की कल्पना भी नहीं कर सकते.’