अन्तर्राष्ट्रीय

दुनियाभर में लगातार सातवें साल बढ़ी हथियारों की बिक्री, अमेरिका रहा अव्वल

वॉशिंगटन: दुनियाभर में हथियारों की बिक्री लगातार सातवें साल बढ़ी है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण सप्लाई चेन में आई बाधा का हथियारों के व्यापार पर कोई असर नहीं दिखा है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के नए आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की 100 सबसे बड़ी रक्षा कंपनियों की हथियार और सैन्य सेवाओं की बिक्री 2021 में 1.9 फीसदी बढ़कर 592 बिलियन डॉलर पहुंच गई है। सिपरी ने सोमवार को जारी अपने आर्म्स इंडस्ट्री डेटाबेस में कहा कि 2019-2020 में 1.1 प्रतिशत की वृद्धि लगातार सातवें साल बढ़ती हथियारों की बिक्री को बता रही है। सिपरी ने कहा कि सप्लाई चेन के ठप पड़ने और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हमें हथियारों के व्यापार में गिरावट का अनुमान था।

हथियारों के कम बिक्री की थी उम्मीद

सिपरी मिलिट्री एक्सपेंडिचर एंड आर्म्स प्रोडक्शन प्रोग्राम के डायरेक्टर लूसी बेराउड-सुद्रेउ ने कहा कि हम हथियारों की बिक्री में और अधिक वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं। इस पर सप्लाई चेन में आई समस्या का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। कई हथियार कंपनियों ने बताया कि 2021 में उनकी बिक्री कुछ प्रभावित जरूर हुआ है, लेकिन पूरी तरह रुकी नहीं है। कुछ कंपनियों, जैसे एयरबस और जनरल डायनेमिक्स ने लेबर की कमी की बात की है। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऑर्डर हैं, लेकिन उसे बनने के लिए पर्याप्त मात्रा में लोगों की कमी है।

रूस-यूक्रेन युद्ध का नहीं दिखा कोई असर

सिपरी की रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण दुनियाभर की हथियार निर्माता कंपनियों की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ने की संभावना थी। पश्चिमी देशों के लिए रूस हथियारों के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल का एक महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता था। ऐसे में अनुमान जताया जा रहा था कि यह अमेरिका और यूरोपीय देशों को अपनी सेना को मजबूत करने के सपनों को चकनाचूर कर सकता था। इन देशों ने यूक्रेन को अरबों डॉलर के गोला-बारूद और दूसरे जरूरी उपकरणों की आपूर्ति की थी। ऐसे में इन देशों के अपने हथियारों के गोदाम खाली हो गए थे, जिन्हें भरना जरूरी था।

दुनिया की शीर्ष 100 कंपनियों में अमेरिक की 40

सिपरी के अनुसार, अमेरिकी कंपनियों ने 2021 में कुल 299 बिलियन डॉलर की बिक्री की। दुनियाभर की शीर्ष 100 हथियार निर्माता कंपनियों की सूची में अकेले अमेरिका से 40 कंपनियां शामिल हैं। पिछले कुछ महीनों में डॉलर के दाम में तेजी देखी गई। ऐसे में अमेरिकी कंपनियों ने कम हथियार बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाया है। इस लिस्ट में शीर्ष पर काबिज 5 कंपनियों में सभी अमेरिका की हैं। इनमें कहीड मार्टिन, रेथियॉन टेक्नोलॉजीज, बोइंग, नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन और जनरल डायनेमिक्स शामिल हैं।

चीन की छलांग ने दुनिया को चौंकाया

इस रिपोर्ट में चीनी हथियार कंपनियों के व्यापार ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। 100 कंपनियों की इस सूची में चीन की 8 हथियार निर्माता कंपनियां शामिल हैं। इन्होंने कुल मिलाकर 109 बिलियन डॉलर के हथियार बेचे हैं। यह पिछले साल की तुलना में 6.3 फीसदी ज्यादा थे। इनमें से चार निर्माता टॉप 10 में शामिल हैं। सिपरी के शोधकर्ता जिओ लियांग ने कहा कि 2010 के बाद से चीनी हथियार उद्योग ने रफ्तार पकड़ी है। 2021 में इसने दो मौजूदा कंपनियों के बीच विलय के बाद 11.1 बिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री की। चीन का सीएसएससी दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य जहाज निर्माता बन गया है।

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