सहेली निधि का बयान- दुर्घटना वाली रात अंजलि ने शराब पी थी
नई दिल्ली, । 20 वर्षीय अंजलि अपनी सहेली निधि के साथ स्कूटी पर थी, जब दोनों घर लौट रहे थे, तभी एक जनवरी की तड़के दोपहिया वाहन की मारुति बलेनो कार से टक्कर हो गई। टक्कर लगने के बाद निधि पिलियन सीट से उछलकर दूर जाकर गिरी, जबकि अंजलि उस कार के नीचे फंस गई, जिसने उसे कई किलोमीटर तक घसीटा, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। चश्मदीद गवाह निधि ने दुर्घटना को याद करते कहा कि वे दोनों एक पार्टी से लौट रही थीं, अंजलि, जो शराब पी चुकी थी, वह स्कूटी चला रही थी। उसने कुछ मिनट पहले एक ट्रक में टक्कर मार दी थी। बाद में उसकी स्कूटी कार से टकरा गई।
निधि ने दावा किया, “उसने बहुत शराब पी ली थी। हमारे बीच झगड़ा भी हुआ था कि स्कूटी कौन चलाएगा। वह बिल्कुल होश में नहीं थी। उस दुर्घटना से पहले, वह एक ट्रक से टकराने वाली थी, लेकिन मैंने किसी तरह ब्रेक लगाने में कामयाबी हासिल की और हम बच गए।”
उसने यह भी कहा कि कार में कोई गाना नहीं बज रहा था।
उसने आगे कहा, “वह चिल्लाती रही, लेकिन कार सवारों ने उसे घसीटना जारी रखा और भाग गए। उसे पहले मुझे छोड़ना था और फिर अपने घर जाना था। टक्कर के बाद अंजलि कार के नीचे चली गई और मैं जमीन पर गिर गया। कार रुका नहीं और अंजलि मदद के लिए चिल्लाती रही। अगर उन्होंने कार रोक दी होती और अंजलि को बाहर निकाल लिया होता, तो वह जिंदा होती।”
उसने कहा, “यह मेरे लिए दिमाग खराब करने वाला क्षण था.. मैं सीधे घर चली गई। मैं निराश और डरी हुई महसूस कर रही थी। मैं कुछ भी समझ नहीं पा रही थी, लेकिन जब पुलिस ने मुझसे इस घटना के बारे में पूछा, तो मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया।”
मामले की मुख्य गवाह निधि ने मंगलवार को 164 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत अपना बयान भी दर्ज कराया।
निधि ने कहा, “वे (आरोपी) जानते थे कि एक लड़की कार के नीचे फंस गई है। उन्होंने अपनी कार को आगे-पीछे भी किया, लेकिन तब अंजलि कार के अगले हिस्से में फंस गई। अगली सुबह मैंने खबर सुनी कि वह मर गई।”
निधि ने आगे कहा कि अगर उसने अंजलि के परिवार को तुरंत इस घटना के बारे में बताया होता, तो वे उसे ही दोषी ठहराते।
इससे पहले रोहिणी के ओयो होटल के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस ने बरामद किया था, जहां घटना से ठीक पहले पीड़िता और निधि बहस करते दिख रही थीं।
निधि ने कहा, “मैं रात 8 बजे होटल पहुंची और लगभग 2 बजे निकली। होटल से निकलने के तुरंत बाद ही दुर्घटना हो गई।”
उन्होंने कहा, “अंजलि ने पहले मुझे सुल्तानपुरी में मेरे घर से उठाया और फिर मुझे रोहिणी में अपने घर ले गई और फिर हम होटल गए।”
निधि ने कहा, “मैंने उसे स्कूटी की चाबी सौंपने के लिए कहा था, लेकिन वह गाड़ी चलाना चाहती थी। हम इस बात पर बहस कर रहे थे कि स्कूटी कौन चलाएगा।”