2014 से अब तक जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद में भारी कमी आई : अमित शाह
नई दिल्ली; केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 2014 से 2023 तक आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिहाज से बड़ा परिवर्तन आया है। उन्होंने बताया कि कश्मीर में आतंकी घटनाओं और वामपंथी उग्रवाद में कमी आई है।
अमीर शाह ने कहा कि कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमीं आई है। पहले वहां आए दिन पथराव होते थे, जुलूस निकलते थे, बंद के कॉल होते थे, लेकिन अब सब बदल गया है। अब लोग वहां यात्रा और पर्यटन के लिए भी जाते हैं। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती था। कहते थे काठमांडू से तिरुपति तक रेड कॉरिडोर बनाया है।
शाह ने कहा कि वामपंथी हिंसा के सबसे कम आंकड़े 2022 में आए हैं। अब ये सिमटकर 46 पुलिस थानों तक रह गया है। अमित शाह ने बताया कि बिहार और झारखंड के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित बॉर्डर और बूढ़ा पहाड़ को नक्सल मुक्त कराने का काम हमारे सुरक्षा बलों ने किया है। सभी सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस को इसके लिए अमित शाह ने बधाई दी।
इसी तरह ही नार्थ ईस्ट में भी हालत अब कितने बदल गए है। वहां भी शांति स्थापित हुई है। पहले हमने अपने घोषणपत्र में कहा था कि अफ्सपा नहीं हटायेंगे। मगर भारत सरकार और सुरक्षा बलों के प्रयासों के चलते उत्तरपूर्व के 60 प्रतिशत क्षेत्र से अफ्सपा हट गया है। ये इसलिए हटा क्योंकि वहां शांति बहाल हुई है। वहीं उत्तरपूर्व में 8 हजार से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में जुड़ने का फैसला किया। कई उग्रवादी संगठन के साथ समझौता भी किया है और उसे लागू किया है।
अमित शाह ने आगे कहा कि कई राज्यों के सीमा विवाद भी गृह मंत्रालय ने सुलझाकर वहां शांति स्थापित की है। दिल्ली पुलिस, राजस्थान पुलिस, पंजाब पुलिस और एनआईए ने उत्तरभारत में अंतरराज्यीय गैंग के खिलाफ जो ऑपरेशन शुरू किया था, उसमें बड़ी सफलता मिली है।
अमित शाह ने अंत में कहा कि नशा मुक्त अभियान में भी दिल्ली पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। देश और दिल्ली की युवा पीढ़ी को नशा मुक्त बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में जाने के पहले हम दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के हाउसिंग सेटिस्फेक्शन दर को 60 फीसदी से ऊपर ले जाएंगे।