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आज देश मना रहा 24वां ‘करगिल विजय दिवस’, राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली. आज पूरा देश 24वां करगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मना रहा है। दरअसल आज ही के दिन मां भारती के वीर सपूतों ने अपने अतुलनीय शौर्य और प्रकांड पराक्रम से पाकिस्तान को धूल चटा दी थी। आज विजय और बलिदान के इस ख़ास मौके पर पूरा देश भारत के उन जांबाज सैनिकों को याद कर रहा है, उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है, जिन्होंने अपने अदम्स साहस से पाकिस्तान को नेस्तनाबूद किया था।

देखा जाए तो ‘कारगिल विजय दिवस’ इसी शौर्य और वीरता की मिसाल है। अब हर साल 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि करगिल युद्ध की विजयगाथा को लोग किस तरह अपने जांबाजों को याद कर रहे हैं।

लद्दाख में जांबाज सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

आज लद्दाख में कारगिल युद्ध में प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कारगिल विजय दिवस के अवसर पर द्रास के कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया है। यहां आज भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.हरि कुमार ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर द्रास के कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर कारगिल युद्ध में प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके साथ ही सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर द्रास के कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर कारगिल युद्ध में प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही आज वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर द्रास के कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर कारगिल युद्ध में प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

वहीं आज इस ख़ास मौके पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर कहा, आज कारगिल विजय दिवस के गौरवशाली अवसर पर सभी देशवासी हमारे सशस्त्र बलों के असाधारण पराक्रम से अर्जित की गई विजय को याद करते हैं। देश की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान करके विजय का मार्ग प्रशस्त करने वाले सेनानियों को एक कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से मैं श्रद्धांजलि देती हूं और उनकी स्मृति को नमन करती हूं। उनकी शौर्य गाथाएं आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करती रहेंगी। जय हिन्द! इसके साथ ही PM मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, कारगिल विजय दिवस भारत के उन अद्भुत पराक्रमियों की शौर्यगाथा को सामने लाता है, जो देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणाशक्ति बने रहेंगे। इस विशेष दिवस पर मैं उनका हृदय से नमन और वंदन करता हूं। जय हिंद!

जानकारी दें कि, कारगिल युद्ध की शुरुआत 3 मई 1999 को हुई थी, जब पाकिस्तान ने कारगिल की ऊंची पाड़ियों पर 5 हजार से ज्यादा सौनिकों के साथ घुसपैठ कर अपना कब्जा जमा लिया था। जैसे ही भारतीय जवानों को इसकी भनक लगी तो पाकिस्तानी सैनिकों को खदेडने के लिए ‘ऑपरेशन विजय’ चलाया गया था। इसके दौरान, सेना के जवानों ने पाकिस्तान को ऐसी धूल चटाई कि उनके शौर्य की दास्तां हमेशा के लिए अमर हो गई।

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