दस्तक टाइम्स, देहरादून। उत्तराखंड में धामी सरकार यूसीसी लागू करने जा रही है। उत्तराखंड में भाजपा का यूसीसी को लागू करने का दशकों पुराना सपना साकार होने जा रहा है। यूसीसी लागू होने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा की राष्ट्रवाद व हिंदुत्ववादी छवि और मजबूत होगी, जिसका आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा लाभ मिलने की पूरी संभावना है। यही वजह है कि पुष्कर सिंह धामी के इस बड़े कदम ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष की टेंशन बढ़ा दी है। उत्तराखंड में तो हाल ये हैं कि पहले से सीएम धामी के हाथों विधानसभा में करारी शिकस्त झेल चुकी कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा है कि इसकी काट कैसे ढूंढी जाए ?
पहले ही अयोध्या में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा से देश में उल्लास व उमंग का माहौल है, इससे कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष बैकफुट पर है। अब उत्तराखंड में धामी सरकार द्वारा यूसीसी को लागू करने के बाद भाजपा को राष्ट्रवाद व हिंदुत्व से जुड़े दो ऐसे मुद्दे मिल गए हैं, जिनके दम पर पार्टी को देशभर में बड़ा जन समर्थन मिल सकता है। यूपी में सर्वाधिक लोकसभा सीट होने के कारण यहां का पहले से ही विशेष राजनीतिक महत्त्व रहा है, लेकिन अब 5 सीटों वाला छोटा राज्य उत्तराखंड भी राजनीतिक दृष्टि से यूपी की तरह महत्त्वपूर्ण हो गया है। बात उत्तराखंड की करें तो यहां कांग्रेस यूसीसी को बड़े राजनीतिक नुकसान के रूप में देखने लगी है। कांग्रेस नेताओं को कोई कमी नहीं मिली तो अब वो यूसीसी को पारित करने में जल्दबाजी ना करने का राग अलापने लगे हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा केंद्रीय नेत़ृत्व सीएम पुष्कर सिंह धामी के इस कदम से खासा उत्साहित है। सीएम धामी ने कुशल प्रशासक के रूप में एक बार फिर पीएम मोदी व पार्टी हाईकमान को प्रभावित किया है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनाव में इन दो मुद्दों को प्रमुखता से उठाने जा रहा है, इसके लिए पार्टी स्तर पर रणनीति भी तैयार की जा रही है। यही कारण है कि पिछले एक-दो महीने से भाजपा नेतृत्व द्वारा इन दो मुद्दों पर केंद्रीय व राज्य स्तर पर लगातार जोर दिया जा रहा है। भाजपा मोदी सरकार की आर्थिक, रक्षा, विदेश नीति के साथ इन दो मुद्दों के बल पर 400 प्लस का लक्ष्य पूरा करने की कोशिश करेगी। फिलहाल विपक्ष के पास यूसीसी की कोई काट नजर नहीं आ रही है।